अंतर्राष्ट्रीय स्वयंसेवक दिवस
अंतर्राष्ट्रीय स्वयंसेवक दिवस Syed Dabeer Hussain - RE
दुनिया

आज दुनियाभर में मनाया जा रहा है अंतर्राष्ट्रीय स्वयंसेवक दिवस, जानिए इसका इतिहास और महत्व?

Priyank Vyas

राज एक्सप्रेस। हमारे आसपास कई ऐसे स्वयंसेवक हैं, जो लोगों की भलाई के लिए लगातार कार्य करते रहते हैं। यह स्वयंसेवक निर्धन लोगों के अधिकारों की रक्षा से लेकर किसी प्राकृतिक आपदा में लोगों की मदद करना, लोगों के स्वास्थ्य, भोजन का प्रबंध करना, बेसहारा लोगों को आसरा देने जैसे कई काम करते हैं। ऐसे में स्वयंसेवक को बढ़ावा देने और इनके द्वारा किए जा रहे कार्यों को सम्मान देने के लिए हर साल 5 दिसंबर को International Volunteer Day यानी अंतर्राष्ट्रीय स्वयंसेवक दिवस मनाया जाता है।

अंतर्राष्ट्रीय स्वयंसेवक दिवस का इतिहास :

दरअसल स्थानीय, राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कार्य कर रहे स्वयंसेवको के विकास में योगदान को महत्व देने के लिए 17 दिसंबर 1985 को संयुक्त राष्ट्र महासभा में एक प्रस्ताव पारित किया गया था। इस प्रस्ताव में 05 दिसंबर को अंतरराष्ट्रीय वालंटियर दिवस के रूप में मनाने की बात कही गई थी। तब से हर साल इस दिन अंतर्राष्ट्रीय स्वयंसेवक दिवस मनाया जाता है।

अंतर्राष्ट्रीय स्वयंसेवक दिवस का महत्व :

यह तो हम सभी जानते हैं कि दुनियाभर में मौजूद स्‍वयंसेवक विभिन्‍न क्षेत्रों में सक्रिय हैं और किसी भी आपात स्थिति में उनकी भूमिका महत्वपूर्ण हो जाती है। बीते दिनों कोरोना महामारी के दौरान भी विश्व स्वास्थ्य संगठन ने स्वयंसेवकों की भूमिका की तारीफ़ की थी। इस महामारी के दौरान दुनियाभर में स्वयंसेवकों ने लॉकडाउन के हालात के बीच पीड़‍ितों व प्रभावितों की मदद के लिए हरसंभव कदम उठाए थे। ऐसे में इन स्वयंसेवकों को हिम्मत देने और स्वयंसेवकों के प्रयासों का समर्थन करने के लिए सरकारों को प्रोत्साहित करने के लिए इस दिन का विशेष महत्व है।

अंतर्राष्ट्रीय स्वयंसेवक दिवस 2022 की थीम :

इस दिन को मनाने के लिए हर साल एक थीम भी जारी की जाती है। अंतर्राष्ट्रीय स्वयंसेवक दिवस 2022 की थीम है - Solidarity Through Volunteering यानी स्वेच्छा से एकजुटता।

दुनिया का सबसे बड़ा स्वयंसेवी संगठन :

दुनिया में ज्यादातर स्वयंसेवी एक संगठन के रूप में लोगों के सेवा करते हैं। वैसे अगर हम दुनिया के सबसे बड़े स्वयंसेवी संगठन की बात करें तो वह भारत का राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) है। 27 सितंबर 1925 को आरएसएस की स्थापना हुई थी। एक रिपोर्ट के अनुसार आरएसएस से 90 लाख से अधिक स्वयंसेवक जुड़े हुए हैं। आरएसएस ने विभाजन के पीड़ितों की मदद, 1962 के युद्ध, आपातकाल, गोवा के विलय के सहित देश में आने वाली प्राकृतिक आपदाओं में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। हालांकि आरएसएस पर अक्सर राजनीति करने के आरोप भी लगते रहे हैं।

ताज़ा समाचार और रोचक जानकारियों के लिए आप हमारे राज एक्सप्रेस वाट्सऐप चैनल को सब्स्क्राइब कर सकते हैं। वाट्सऐप पर Raj Express के नाम से सर्च कर, सब्स्क्राइब करें।

SCROLL FOR NEXT