विश्व मृदा दिवस
विश्व मृदा दिवस Syed Dabeer Hussain - RE
दुनिया

आज है विश्व मृदा दिवस? जानिए इस दिन के उद्देश्य और इस साल की थीम के बारे में

Vishwabandhu Pandey

राज एक्सप्रेस। मिट्टी हम सभी के लिए कितनी जरुरी है, यह बात तो हम सभी जानते हैं। मिट्टी से हमें भोजन, घर, कपड़े, दवाइयां और ऐसी ही कई अनगिनत चीजें मिलती हैं। सीधे शब्दों में कहे तो मिट्टी से ही हमें जीवन के लिए चार प्रमुख साधन प्राप्त होते हैं। ऐसे में मिट्टी का महत्व और गुणवत्ता के प्रति लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से हर साल 5 दिसम्बर को वर्ल्ड सॉइल डे यानि विश्व मृदा दिवस मनाया जाता है। चलिए इस खास मौके पर जानते हैं इस दिन के इतिहास, उद्देश्य और थीम के बारे में।

क्या है इस दिन का मनाने का उद्देश्य?

हर साल 5 दिसम्बर को विश्व मृदा दिवस के रूप में मनाये जाने का मुख्य उद्देश्य लोगों को मिट्टी से संबंधित समस्याओं के प्रति जागरूक करना और मिट्टी के संरक्षण में सामने आने वाली चुनौतियों के बारे में बताना है। क्योंकि आए दिन रासायनिक तत्वों के चलते मिट्टी दूषित होती जा रही है, जो भविष्य में एक बड़ा खतरा बन सकती है।

क्या है विश्व मृदा दिवस का इतिहास?

सबसे पहले विश्व मृदा दिवस को लेकर साल 2002 में इंटरनेशनल यूनियन ऑफ सॉइल साइंस के द्वारा यह प्रस्ताव रखा गया था कि 5 दिसंबर को यह दिन मनाया जाना चाहिए। जिसके बाद जून 2013 में फूड और एग्रीकल्चर आर्गेनाइजेशन कॉन्फ्रेंस के द्वारा भी 68वें संयुक्त राष्ट्र महासभा में विश्व मृदा दिवस को मनाने का आग्रह किया गया। जिसके बाद 5 दिसम्बर 2014 को पहली बार विश्व में इस दिन को विश्व मृदा दिवस के रूप में मनाया गया।

क्या है इस साल की थीम?

हर साल विश्व मृदा दिवस मनाए जाने के लिए एक थीम का निर्धारण किया जाता है। इस साल यानि 2022 में विश्व मृदा दिवस की थीम 'सॉइल्स : वेयर फूड बिगिन्स' रखी गई है।

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