ये है भारत की सबसे पुरानी कंपनियां

Shreya N

वाडिया ग्रुप

भारत की सबसे पुरानी कंपनी वाडिया ग्रुप है। इसकी स्थापना 1736 में हुई थी। उस समय इसके मालिक लोवाजी नुसरवानजी ने जहाज बनाने के लिए ब्रिटिश ईस्ट इंडिया के साथ कॉन्ट्रैक्ट साइन किया था। इसकी सब्सिडरी बॉम्बे डाइंग, बॉम्बे बर्मा ट्रेडिंग कॉर्पोरेशन और ब्रिटानिया इंडस्ट्रीज भी सौ साल पुरानी है।

वाडिया ग्रुप | Mohmmad Asim - RE

ई.आई.डी (ईस्ट इंडिया डिस्टिलरीज) पेरी कंपनी की स्थापना एक ब्रिटिश व्यापारी ने 1788 में की थी। अपनी स्थापना के बाद छः दशकों तक यह शुगर की सबसे बड़ी उत्पादक रही। आज भी यह भारत में शक्कर की सबसे बड़ी उत्पादक है। 1906 में यह भारत की सबसे पहली उर्वरक (Fertilizer) बनाने वाली कंपनी भी बनी थी।

ई.आई.डी पेरी (इंडिया) लि. | Mohmmad Asim - RE

आरपीजी (राम प्रसाद गोयनका) ग्रुप की शुरुआत 1820 में रामदत्त गोयनका द्वारा की गई थी। इसके अंदर सीएट, जैंसर टेक्नोलॉजी, केईसी इंटरनेशनल, आरपीजी लाइफ साइंस, जैसी कई कंपनियां आती है। इसके वर्तमान चेयरमैन आर. पी. गोयनका है।

आरपीजी ग्रुप | Mohmmad Asim - RE

आदित्य बिड़ला ग्रुप की स्थापना 1857 में शिव नारायण बिड़ला ने की थी। यह भारतीय कंपनी ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, चीन, अमेरिका, जर्मनी, सहित कुल 25 देशों में फैली हुई है। आज यह भारत में सीमेंट, रसायन, रिटेल, उर्वरक, दूरसंचार, आईटी, जैसे कई क्षेत्रों में कार्यरत है।

आदित्य बिड़ला समूह | Mohmmad Asim - RE

भारत में निर्माण, रियल स्टेट, टेक्सटाइल, घरेलू उपकरण, बिजली, जैसे कई क्षेत्रों में फैला हुआ शापूरजी पालोनजी समूह, भारत की सबसे पुरानी संगुटिका (Conglomerate) कंपनियों में से एक है। इसकी स्थापना 1865 में हुई थी।

शापूरजी पालोनजी समूह | Mohmmad Asim - RE

भारत के प्रसिद्ध टाटा ग्रुप की स्थापना 1868 में जमशेदजी टाटा ने की थी। यह कंपनी ऑटोमोबाइल, केमिकल, रक्षा, इलेक्ट्रॉनिक्स, सीमेंट, स्टील, आभूषण, एयरलाइंस, हॉटेल, जैसे कई क्षेत्रों में व्यापार करती है। टाटा ग्रुप भारत के अलावा विदेशों में भी फैला हुआ है।

टाटा ग्रुप | Mohmmad Asim - RE

नेस्ले इंडिया, स्विट्जरलैंड की बहुराष्ट्रीय (multinational) कंपनी, नेस्ले की एक सब्सिडरी है। इसकी स्थापना 1866 में हुई थी। हालांकि, यह भारत में आजादी के बाद 1959 में आई थी।

नेस्ले इंडिया | Mohmmad Asim - RE

सबसे पुराने भारतीय रेस्टोरेंट

एक सदी पुराने ये रेस्टोरेंट्स आज भी है प्रचलित | Zeeshan Mohd - RE