इन कारणों से बंद हुआ 2000 का नोट

Kavita Singh Rathore

बाजार में रूपए की कमी को पूरा करने के लिए 2000 के नोट छापे गए थे। हालांकि, अब दूसरे नोट भी पर्याप्त हैं। जिससे इस नोट को छापने का उद्देश्य पूरा गया है।

RBI पुराने नोटों को चलन से बाहर करके उसकी जगह नए नोट जारी करता है। RBI ने 2018 से ही इसकी छपाई बंद कर दी थी। लगभग 90% नोट 2018 से पहले के हैं। अब इनकी समय सीमा पूरी हो गई हैं।

लोग इसका इस्तेमाल नहीं करते। जिससे इसका चलन काम देखने को मिल रहा है। साल 2018 में सर्कुलेशन में आने पर नोट की हिस्सेदारी 37% थी, जो अब 10% रह गई थी।

अगर लोगों ने काला धन जमा किया होगा तो नोट चलन से बाहर होने के बाद यह रद्दी हो जाएंगे। इससे अपने आप काले धन पर लगाम लगेगी।

कई बार मार्केट में 2000 के नकली नोट देखे गए, जिसके कारण इनको चलन से बाहर कर दिया गया।

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