श्राद्ध में ये सब करना है वर्जित, पूर्वज हो सकते हैं गुस्सा
Kavita Singh Rathore
श्राद्ध के दिनों में तामसिक भोजन करना पूर्ण रूप से वर्जित है, क्योंकि ये मरे हुए जानवर का होता है और इन दिनों में जानवरों को पूजा जाता है।
तामसिक भोजन | Mommad Asim - RE
इन दिनों में नए कपड़े नहीं खरीदे जाते हैं। हालांकि, कई लोगों का ये भी कहना है कि, जिनके माता–पिता दोनों जीवित हो वो नए वस्त्र भी खरीद सकता है और धारण भी कर सकता है। यदि कोई महिला शादीशुदा है तो, उसके माता–पिता और सांस–ससुर दोनों का होना आवश्यक होता है। तब ही वह नए वस्त्र खरीद सकती है।
नए कपड़े | Mommad Asim - RE
इन दिनों में जानवरों को हानि नहीं पहुंचाना चाहिए। क्योंकि, ऐसा माना जाता है कि, हमारे जो पूर्वज दुनिया छोड़ कर जा चुके हैं, वो किसी ना किसी जानवर के रूप में जन्म लेकर हमारे आसपास ही हैं। ऐसे में यदि हम किसी जानवर को नुकसान पहुंचाते हैं तो, अनजाने में आप अपने पूर्वज को भी परेशान कर सकते हैं।
जानवरों को हानि | Mommad Asim - RE
इन 15 दिनों के लिए लौकी, खीरा, चना, जीरा और सरसों का साग, गाजर, मूल, शलगम, शकरकंद, चुकंदर, अरबी और सूरन का सेवन नहीं करना चाहिए।
नहीं खाना चाहिए ये चीजें | Mommad Asim - RE
ये पूरे दिन शराब का सेवन नहीं करना चाहिए। क्योंकि, शराब को भी तामसिक आहार में ही गिना जाता है।
शराब का सेवन | Mommad Asim - RE
इन दिनों में कोई भी मांगलिक कार्य जैसे ग्रहप्रवेश, कोई नई प्रॉपर्टी खरीदना, दुकान का उद्घाटन, शादी–विवाह आदि नहीं किया जाता। क्योंकि इन दिनों में मरे हुए लोगों की तिथियां चलती हैं और ये दिन उनके माने जाते हैं, वाह इन दिनों में आजाद माने जाते हैं।
मांगलिक कार्य | Mommad Asim - RE
इन दिनों में पान खाना भी वर्जित माना जाता है।
न खाएं पान | Mommad Asim - RE
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