Shreya N
बिहार के पटना शहर का प्राचीन नाम पाटलिपुत्र है। यह उस समय के मगध साम्राज्य की राजधानी हुआ करता था। 2000 साल पहले पाटलिपुत्र शहर अपने वैभव और समृद्धि के लिए जाना जाता है। यह वही शहर था, जो चंद्रगुप्त के राज्य की भी राजधानी रहा था।
भारतीय महाकाव्यों जैसे रामायण और महाभारत में गुवहाटी के ऐतिहासिक नाम प्राग्ज्योतिषपुर का जिक्र मिलता है। ऐसा माना जाता है, कि भगवान ब्रह्मा ने यहां नक्षत्रों (ज्योतिष) का निर्माण किया था। इसी कारण, यह शहर प्राग्ज्योतिषपुर कहलाता था।
मध्य प्रदेश का उज्जैन शहर, पहले उज्जयिनी के नाम से जाना जाता था। यह 5000 साल पुराना शहर, उस समय के अवंति प्रांत की राजधानी हुआ करता था। ऐसा माना जाता है, कि इस शहर ने कभी विनाश नहीं देखा, क्योंकि यहां स्वयं विनाश के देवता- महाकाल वास करते हैं।
प्रयाग शहर तीन दिशाओं से गंगा, यमुना और सरस्वती नदी से घिरा, एक प्राचीन भारतीय शहर है। इसे आज के समय में इलाहाबाद या प्रयागराज कहा जाता है। यह शहर रिगवेद में उल्लेखित सप्त सिंधू से संबंध रखता है। यहां 12 साल में एक बार कुंभ का मेला लगता है।
आज के चेन्नई को पहले समय में मद्रास पटनम नाम से ही जाना जाता था। इस शहर का एक और नाम ‘पुलियूर कोट्टम’ है, जोकि 2000 साल पुराना माना जाता है। वर्तमान तमिलनाडु और केरल, आंध्र प्रदेश व कर्नाटक के कुछ भागों से मिलकर, प्राचीन भारत का मद्रास प्रांत बना था।
काशी भारत के सबसे प्राचीन शहरों में से एक है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इसकी स्थापना 4,000 साल पहले स्वयं भगवान शिव ने की थी। इसका वर्णन महाभारत और रामायण में भी मिलता है। वहीं धार्मिक मान्यताओं के परेह भी, इस शहर को 3,000 साल पुराना माना जाता है।
कई इतिहासकारों के मुताबिक, हैदराबाद शहर को पहले भाग्यनगर नाम से जाना जाता था। 1816 में ब्रिटिश नागरिक ऐरॉन एरो के बनाए भारत के नक्शे में, हैदराबाद के साथ नीचे भाग्यनगर लिखा हुआ था। ऐसा माना जाता है, कि भाग्यमती नाम की स्त्री पर राजा मुहम्मद कुली कुतुब शाह ने शहर का यह नाम रखा था।
वर्तमान पाकिस्तान में स्थित शहर, पेशावर को पहले पुरुषपुर कहा जाता था। यह उस समय के गांधार प्रांत का हिस्सा था। पुरुषपुर पहले गांधार मूर्तिकला का मुख्य केंद्र हुआ करता था।
भारत के सबसे साफ शहर