आज अभयंता दिवस पर जाने उभरते इंजीनियर्स के इनोवेशन्स

shreya nakade

2009 में हुबली के BVB कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग और टेकनॉलोजी के छात्रों ने इस गाड़ी का आविष्कार किया था। इस गाड़ी में कंमप्रेस्ड हवा को ईंधन के रुप में इस्तेमाल किया जाता है। इस बाइक से निकलने वाली हवा में किसी प्रकार का केमिकल नहीं होता।

हवा से चलने वाली बाइक | Zeeshan Mohd - RE

अमरावती के सरकारी कॉलेज के छात्रों ने 2009-10 में यह आविष्कार किया था। इससे व्हीलचेयर को दिव्यांग जन अपनी आवाज़ से संकेत देकर घूमा सकते हैं।

वॉइस कंट्रोल व्हीलचेयर | Zeeshan Mohd - RE

पानी के अंदर डूबी चीजों और स्थानों का आसानी से अध्ययन करने के लिए इस यंत्र का आविष्कार 2014 में किया गया था। IIT मद्रास के 30 छात्रों के समूह ने यह आविष्कार किया था। यह गाड़ी बिना किसी ह्युमन कंट्रोल के पानी में घूम सकती है।

पानी के अंदर चलने वाली गाड़ी | Zeeshan Mohd - RE

IIT दिल्ली के बायो टेक्नोलॉजी विभाग के एक छात्र ने 2014 में इसका निर्माण किया था। इस मोबाइल फोन साइज के डिवाइस से आसानी से और कम समय में हीमोग्लोबीन की जांच हो सकती है। AIIMS से इस यंत्र को मान्यता भी मिल चुकी है और यह इस्तेमाल भी किया जाता है।

पोर्टेबल हीमोग्लोबीन टेस्टर | Zeeshan Mohd - RE

नेत्रा ड्रोन एक बहुत आवश्यक और उपयोगी आविष्कार रहा है। 2013 की उत्तराखण्ड बाढ़ में इस ड्रोन ने सरविलेंस में काफी मदद की थी। यह अभी भी बहुत इस्तेमाल किया जाता है।

नेत्रा ड्रोन | Zeeshan Mohd - RE

भारत के IIT छात्रों ने रेसिंग के लिए फॉर्मूला कार का आविष्कार किया है। ऐसी कई गाड़ियां मार्केट में आ चुकीं है। छात्रों ने लगातार शोध करके इसका विकास भी किया है।

फॉर्मूला इलेक्ट्रिक कार | Zeeshan Mohd - RE

IIT- BHU के एक छात्र ने एक ऐसे हेलमेट का आविष्कार किया जो आपकी सांसो की जांच करता है। जांच में अगर आपके शरीर में अल्कोहॉल की मात्रा अधिक पायी गई तो बाइक चालू नहीं होगी।

ब्रेथ एनालाज़र हेलमेट | Zeeshan Mohd - RE

हिंदी की सर्वश्रेष्ठ किताबें

हिंदी दिवस पर अपने पुस्तकालय में जरूर शामिल करें यह सदाबहार हिंदी किताबें | Zeeshan Mohd - RE