हिंदी दिवस पर अपने पुस्तकालय में ज़रूर शामिल करें यह सदाबहार हिंदी किताबें
shreya nakade
मुंशी प्रेमचंद का सबसे प्रचलित और मार्मिक उपन्यास ‘गौदान’ हिंदी की सबसे श्रेष्ठ रचनाओं में से एक है। यह किताब सभी के पढ़ने योग्य है। प्रेमचंद की अन्य प्रख्यात किताबें जैसे- गबन, निर्मला, कर्मभूमि, आदि भी आपको जरूर पढ़नी चाहिए।
गौदान
फणीश्वरनाथ रेणु की ‘मैला आँचल’ को गौदान के बाद हिंदी की सर्वोत्तम किताब माना जाता है। इसकी कहानी ग्रामीण पृष्ठभूमि पर आधारित है। यह किताब इसके लेखन की जीवंतता के लिए जानी जाती है।
मैला आँचल
‘रश्मिरथी’ हिंदी का एक बहुत प्रसिद्ध और पसंदीदा काव्य खण्ड है। रामधारी सिंह दिनकर द्वारा लिखी यह किताब महाभारत के पात्र ‘कर्ण’ के जीवन पर आधारित है।
रश्मिरथी
भीष्म साहनी की इस किताब को साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। यह भारत के विभाजन की पृष्ठभूमि पर लिखी गई है। आज भी यह किताब बहुत सार्थक है। इस पर धारावाहिक भी बन चुका है।
तमस
1949 में धर्मवीर भारती द्वारा लिखी किताब ‘गुनाहों का देवता’ को आज भी युवा वर्ग के बीच बहुत पसंद किया जाता है। यह हिंदी के सर्वाधिक पढ़े जाने वाले उपन्यासों में से भी एक है। यह एक सदाबहार हिंदी उपन्यास है।
गुनाहों का देवता
श्रीलाल शुक्ला की लिखी इस किताब को साहित्य आकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। यह हास्यात्मक व्यंग किताब ग्रामिण परिवेश में लिखी गई है। इसमें शहरी जीवन की मुल्यहीनता को दिखाया गया है। यह हिंदी किताब आपके पुस्तकालय में होनी ही चाहिए।
राग दरबारी
मन्नू भंडारी की किताबें आज भी बहुत सार्थक है। 'आपका बंटी' एक नौ साल के बच्चे की कहानी है जिसके माता-पिता का तलाक हो गया है। 1970 में लिखी यह किताब की कहानी लेखिका की दूरदर्शिता दिखाती है। यह किताब आज के समय में भी बहुत सार्थक है।