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एडेलगिव हुरुन परोपकार सूची 2022 के अनुसार, एचसीएल (HCL) के संस्थापक शिव नादर भारत के सबसे बड़े दानवीर है। इस सूची के अनुसार उन्होंने एक साल में 1,161 करोड़ रुपये का दान किया है। वे मुख्यतः शिक्षण के क्षेत्र में दान करते हैं।
अजीम प्रेमजी भारत के दूसरे सबसे दानी है। विप्रो के वर्तमान चेयरमैन प्रेमजी ने साल 2022 में 484 करोड़ का दान किया है। वे मुख्यतः शिक्षण के क्षेत्र में ही दान धर्म करते हैं। उनके अजीम प्रेमजी फाउंडेशन का वैल्युएशन करीब 21 मिलियन डॉलर है।
भारत के सबसे अमीर व्यक्ति मुकेश अंबानी का नाम देश के दानवीरों की सूची में तीसरे नंबर पर आता है। एडेलगिव हुरुन परोपकार सूची 2022 के अनुसार उन्होंने एक साल में 411 करोड़ का दान किया है। रिलायंस फाउंडेशन शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में दान करता है। कोरोना के दौरान इस फाउंडेशन ने 2 हजार बिस्तरों का अस्पताल तैयार किया और मुफ्त में ऑक्सीजन दी।
आदित्य बिड़ला समूह के चेयरमैन कुमार मंगलम बिड़ला और उनका परिवार, देश के सबसे बड़े दानियों की सूची में चौथे स्थान पर आता है। परोपकारियों की सूची के अनुसार उन्होंने एक साल में 242 करोड़ का दान किया है। यह समूह 7,000 से ज्यादा गांवों से जुड़कर उनकी जरूरतें पूरी करने का प्रयास कर रहा है। स्वास्थ्य और शिक्षा इनके दान के मुख्य केंद्र हैं।
राधा और एनएस पार्थसारथी व सुष्मिता और सुब्रतो बागची, देश के सबसे अमीरों की सूची में पांचवें स्थान पर आते हैं। इन दोनों ने मिलकर भारतीय विज्ञान संस्थान (आईआईएससी) को 425 करोड़ का दान दिया है। यह दान संस्थान को 800 बिस्तर का मल्टी स्पेशिलिटी अस्पताल बनाने में सहयोग करेगा।
गौतम अडानी और उनका परिवार भी देश के सबसे बड़े दानियों की सूची में आता है। एडेलगिव हुरुन परोपकार सूची 2022 के अनुसार, उन्होंने 190 करोड़ का दान दिया था। अडानी समूह दान के जरिए शिक्षा, स्वास्थ्य, व इंफ्रास्ट्रक्चर के विकास में सहयोग करता है। कोरोना के दौर में भी आडानी ने 122 करोड़ का दिन किया था।
वेदांता के संस्थापक अनिल अग्रवाल भी 2022 के भारतीय परोपकारियों की सूची में शामिल है। उन्होंने एक साल में करीब 165 करोड़ का दान किया है। 2022 के पोषण माह के लिए, वेदांता ने बच्चों और महिलाओं के पोषण के लिए 75 रेसिपी तैयार की थी।
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