‘आराधना’ फिल्म का यह गाना साल 1969 में रिकॉर्ड हुआ था, पर आज भी हर मां अपने बच्चें को यह लोरी जरूर सुनाती है। 50 साल से ज्यादा होने के बाद भी यह गाने में मातृत्व के जो भाव है, वह आज की स्त्री को उतने ही प्रासंगिक लगते है जो उस समय थे।
चंदा है तु मेरा सूरज है तु (आराधना) | Mohammad Asim