केरल में लांच हुए भारत के पहले AI स्कूल की कुछ विशेषताएं

Kavita Singh Rathore

भारत का पहला AI (Artifical Intelligence) स्कूल 'शांतिगिरी विद्याभवन' नाम से 8 से 12वीं तक के बच्चों के लिए तिरुवनंतपुरम में शुरू किया गया है। जो USA के साथ NEP 2020 के सहयोग पर आधारित है। इस स्कूल का उद्घाटन भारत के पूर्व राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने किया है।

कहां है AI स्कूल ? | Zeeshan - RE

इस स्कूल में AI टूल और Software का इस्तेमाल करके स्टूडेंट्स को अंतरराष्ट्रीय स्तर की शिक्षा दी जाएगी। जिससे छात्र भविष्य की तैयारी और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धा के लिए सक्षम बन सकेंगे।

अंतरराष्ट्रीय स्तर की शिक्षा | Zeeshan - RE

यहां हर समाधान के साथ ही Develop Strategic Thinking Skills सिखने को मिलेंगे। साथ ही मल्टीप्ल टीचर, परीक्षण के विभिन्न स्तर, एप्टीट्यूड टेस्ट, काउंसलिंग, कैरियर योजना और मेमोरी टेक्निक पर।  

कौशल विकास | Zeeshan - RE

इस स्कूल में बहुविषयक शिक्षण पारिस्थिति (Multidisciplinary Learning Ecology) तंत्र मिलेगा, जो स्टूडेंट्स को अच्छी तरह से विकसित व्यक्ति करेगा।

बहुविषयक शिक्षण पारिस्थिति | Zeeshan - RE

इस स्कूल में Computer Science, Robotics, Data Science, और AI जैसे विषयों में पढाई होगी। हालांकि, किताबी ज्ञान और स्किल डेवेलपमेंट भी सिखाया जाएगा। इसमें इंटरव्यू स्किल, ग्रुप डिस्कशन, गणित और लेखन स्किल, शिष्टाचार में सुधार, अंग्रेजी और इमोशनल वेल बीइंग की जानकारी शामिल है।

विषय | Zeeshan - RE

इस AI स्कूल की सबसे बड़ी खासियत यह है कि, यह स्टूडेंट्स के फ्यूचर के लिए उन्हें प्रतिष्ठित विदेशी विश्वविद्यालयों में स्कालरशिप प्राप्त करने के लिए मार्गदर्शन करेगा। जिससे वह आने वाले समय में विदेश में जाकर पढाई कर सकें।

स्कालरशिप सुविधा | Zeeshan - RE

AI स्कूल में स्टूडेंट्स AI टूल और Software के माध्यम से सीखेंगे, जबकि सामान्य स्कूल में स्टूडेंट्स किताबों और शिक्षकों के माध्यम से सीखते हैं। वैसे तो और भी बहुत से अंतर होंगे, लेकिन समान्य स्कूल में स्टूडेंट्स शिष्टाचार भी सीखते हैं, जो शायद कोई AI स्कूल न सिखा सके।

AI स्कूल और सामान्य स्कूल में अंतर | Zeeshan - RE

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