अगर समझ न आ रहा हो जन्माष्टमी पर कैसे करें पूजा तो, फॉलो करें ये स्टेप्स
Kavita Singh Rathore
जन्माष्टमी पर सुबह से ही साफ कपड़े पहनकर घर के मंदिर में दीप जलाएं और हर दिन जैसे सभी देवी-देवताओं की पूजा करें। बता दें, जन्माष्टमी की पूजा रात में होती है, क्योंकि भगवान श्री कृष्ण का जन्म आधी रात को हुआ था।
स्टेप 1 | Zeeshan - RE
आपको जन्माष्टमी की पूजा करने के लिए मध्याह्न रात के समय काले तिल जल में डालकर उससे स्नान करें। इससे पूजा का पूर्ण लाभ मिलने की बात कही गई है।
स्टेप 2 | Zeeshan - RE
जन्माष्टमी की पूजा का विशेष महत्व रात को होता है, इसलिए पूजा की तैयारी कर भगवान श्री कृष्ण के लिए झूला सजाएं और अपनी इच्छानुसार भोग में माखन-मिश्री सहित स्वादिष्ट चीजें शामिल करें।
स्टेप 3 | Zeeshan - RE
जिस स्थान पर आपको पूजा करना है। उस स्थान को साफ़ करें। आटे से चोक पूरें या उस स्थान पर रंगोली बनाएं, इसके बाद एक साफ़ पटिया रख कर उसपर भगवान श्रीकृष्ण का अभिषेक करने की विधि शुरू करें।
स्टेप 4 | Zeeshan - RE
12 बजते ही भगवान श्रीकृष्ण को पंचामृत या गंगाजल से अभिषेक करें। बता दें, अभिषेक किये हुए पंचामृत या गंगाजल को फेंके नहीं बल्कि प्रसाद में शामिल करें। इसी प्रसाद को हम चरणामृत भी बोलते हैं।
स्टेप 5 | Zeeshan - RE
अभिषेक के बाद बारी आती है श्रृंगार की। भगवान के श्रृंगार के सामान में बांसुरी, मोर मुकुट, वैजयंती माला, कुंडल, पाजेब, तुलसी दल आदि जरूर शामिल करें।
स्टेप 6 | Zeeshan - RE
श्रृंगार करने के बाद भगवान श्रीकृष्ण को मक्खन, मिठाई, मेवे, मिश्री और धनिया की पंजीरी का भोग लगाएं और ध्यान करते हुए भगवान से प्राथना करें की हमारे द्वारा अर्पित किया हुआ भोजन ग्रहण करें। फिर सभी को वह प्रसाद के तौर पर दें।