मानसून में ईयर इंफेक्‍शन से रहें सावधान, बचाव के लिए अपनाएं ये तरीके

Kavita Singh Rathore

सूजन, जलन, खुजली, कान में दर्द, पानी निकलना, चक्कर आना, गंभीर सिरदर्द, कम सुनाई देना, पस निकलना कान में बैक्‍टीरियल इंफेक्‍शन के लक्षण हैं। वहीं सूजन, कानों में खुजली, कान की त्‍वचा की पपड़ी निकलना कान में फंगल इंफेक्‍शन की निशानी है।

लक्षण | Syed Dabeer Hussain - RE

विशेषज्ञ कहते हैं कि बरसात के मौसम में बहुत ज्‍यादा ठंडा पानी पीने से बचना चाहिए। इससे गले में परेशानी हो सकती है। इसकी जगह आप कॉफी या सूप ले सकते हैं।

ठंडा पानी ना पीएं | Syed Dabeer Hussain - RE

नमक के पानी के गरारे गले में होने वाली खराश या दर्द को दूर करने में मदद करते हैं।

नमक आएगा काम | Syed Dabeer Hussain - RE

इस मौसम में कानों को पानी से बचाना चाहिए। इसके अलावा कानों को साफ रखें। सफाई के लिए ईयरबड और कॉटन जैसी चीजें अंदर नहीं डालनी चाहिए, इससे पर्दे को नुकसान हो सकता है।

कान साफ रखें | Syed Dabeer Hussain - RE

नहाने के बाद कान के बाहरी और अंदर वाले हिस्‍से को सूखी टॉवल से जरूर सुखाएं।

नहाने के बाद पोछें कान | Syed Dabeer Hussain - RE

अगर आप अक्सर ही ईयरफोन या ब्लूटूथ का इस्‍तेमाल करते हैं, तो हफ्ते में एक बार इन्‍हें डिस्‍इंफेक्‍टेंट से साफ करने की आदत डालें। इससे ईयर कैनाल में संक्रमण की स्थिति नहीं बनती।

इस्‍तेमाल से पहले ईयरफोन साफ करें | Syed Dabeer Hussain - RE