Shravan Mavai
महल का नाम जहांगीर है, यह महल ओरछा में स्थित है । इसका निर्माण ओरछा के राजा वीर सिंह के शासनकाल काल में किया गया था। महल में विभिन्न प्रकार के 52 खण्ड है।
जहांगीर महल का निर्माण ऐसे स्थान पर किया गया, जहां युद्ध के दौरान हमलावर सेना के सैनिक नहीं पहूँच सकें। महल का निर्माण राजा वीर सिंह ने आपने सबसे नजदीकी मित्र जहांगीर के लिए करवाया था।
राजा वीर सिंह मित्र जहांगीर को इस महल में ठहराना चाहते थे , उन्होंने महल का निर्माण शुरू करवाया , महल को बनाने में 22 साल का समय लगा। महल का निर्माण बुंदेली और मुगल शिल्पकला का मिश्रण कर किया है।
22 साल बाद महल बन कर तैयार हुआ तो इसके प्रवेश द्वार को लेकर कुछ लोगों ने राजा के दिमाग में भ्रम डाल दिया। राजा ने पूर्व दिशा के प्रवेश द्वार को बदल कर पश्चिम दिशा में कर दिया गया।
वैसे तो जहांगीर महल की खूबसूरती की अनेक वजह है, लेकिन इसके भीतर बनाई गई सीढ़ियों को जो भी देखता है वो कई घंटो तक बस उन्हें निहारता रहता है।
आपको जानकार हैरानी होगी कि 22 साल में बनने वाले इस महल में जहांगीर केवल एक रात ही ठहरा था, उसके बाद जहांगीर कभी इस महल में नहीं आया। यही वजह है की इस महल का नाम जहांगीर के नाम पर रखा गया।
जहांगीर महल मध्यप्रदेश में हिन्दू-मुस्लिम एकता और मित्रता का प्रतीक माना जाता है। महल को देखने के लिए पर्यटक साल भर ओरछा आते हैं।
देखिए प्राचीन भारतीय वास्तुकला के यह अद्भुत करिश्में