World Organ Donation Day 2023 : ऑर्गन डोनेशन से जुड़ी कुछ खास बातें

Kavita Singh Rathore

ऑर्गन डोनेशन दो प्रकार के होते है, पहला जिंदा रहते हुए ऑर्गन डोनेट करना और दूसरा मरने के बाद। कई लोग मरने के बाद भी अंग दान करते हैं।

ऑर्गन डोनेशन के प्रकार | Zeeshan - RE

ऑर्गन डोनेशन की पहली शर्त ये है कि, व्यक्ति पूर्ण रूप से स्वस्थ हो। जिन्हें कोई दिमागी, दिल की या कोई भी बड़ी बीमारी हो वो लोग ऑर्गन डोनेशन नहीं कर सकते।

ऑर्गन डोनेशन की शर्तें | Zeeshan - RE

आज भी लोगों में ऑर्गन डोनेशन जैसे मामले पर जागरूकता नही है। हालांकि, कई संगठन जागरूकता फैलाने का प्रयास कर रहे हैं। देश में प्रति मिलियन जनसंख्या पर केवल 0.65 अंगदान किया जा रहा हैं। वहीं, स्पेन में 35 और अमेरिका में 26 अंगदान होता हैं।

ऑर्गन डोनेशन में कमी का कारण | Zeeshan - RE

कोई भी व्यक्ति जन्म से लेकर 65 वर्ष तक जिन्हें ब्रेन डेड घोषित किया जा चुका हो, उनका ऑर्गन डोनेशन किया जा सकता है।

कब कर सकते हैं ऑर्गन डोनेशन | Zeeshan - RE

कोई भी बीमार व्यक्ति या HIV, कैंसर जेसी बीमारी से पीड़ित अंग दान नहीं कर सकता। इसके अलावा जीवित व्यक्ति जिसे मधुमेह, किडनी या हृदय रोग, कैंसर और एचआईवी आदि हो, वह भी नही कर सकता।

कौन नहीं कर सकता ऑर्गन डोनेशन | Zeeshan - RE

ऑर्गन डोनेशन  के लिए कई संस्थान हैं या आप www.rnos.org, www.notto.nic.in या mohanfoundation.org पर रजिस्टर कर सकते हैं। आप टोल फ्री नंबर 1800114770, 18001037100 पर भी संपर्क कर सकते हैं।

ऑर्गन डोनेशन के लिए संपर्क | Zeeshan - RE

किसी धर्म में ऑर्गन डोनेट पर रोक है, मृत्‍यु के बाद ही अंगदान नहीं कर सकते, अंगदान से विकलांग या कमजोरी आती है, अंगदान से माता-पिता नहीं बन पाएंगे, महिलाओं के अंग पुरुषों में ट्रांसप्लांट नहीं हो सकते और बच्‍चे अंगदान नहीं कर सकते।

ऑर्गन डोनेशन से जुड़ी गलत धारणाएं