अगर आप भी हैं हिंदी भाषी तो हिंदी दिवस पर खास जाने 'हिंदी भाषा का महत्त्व'

Kavita Singh Rathore

भारत की राष्ट्रभाषा हिन्दी को माना जाता है और हिंदी ही दुनिया की सबसे ज्यादा बोली जाने वाली दूसरी भाषा है। हिन्दी भाषी राज्यों की आबादी 46 करोड़ से ज्यादा है। बता दें, 2011 की जनगणना में भारत की 1.2 अरब आबादी में से 41.03% लोग मातृभाषा के तौर पर हिंदी बोलते पाए गए थे।

भारत की राष्ट्रभाषा | Zeeshan - RE

राष्‍ट्रपिता महात्‍मा गांधी द्वारा साल 1917 में सबसे पहले हिंदी को राष्‍ट्रभाषा का दर्जा देते हुए मान्‍यता दी थी, लेकिन 14 सितंबर 1949 को संविधान सभा द्वारा एकमत से इसे राजभाषा का दर्जा दिया गया। इसके बाद साल 1950 में संविधान के अनुच्‍छेद 343(1) के द्वारा हिंदी को देवनागरी लिपि के रूप में राजभाषा बनी।

हिंदी राष्ट्रभाषा कब से है? | Zeeshan - RE

भारत के साथ ही हिन्दी भाषा पाकिस्तान, भूटान, नेपाल, बांग्लोदश, श्रीलंका, मालदीव, म्यांमार, इंडोनेशिया, सिंगापुर, थाईलैंड, चीन, जापान, ब्रिटेन, जर्मनी, न्यूजीलैंड, दक्षिण अफ्रीका, मॉरिशस, यमन, युगांडा और त्रिनाड एंड टोबैगो, कनाडा आदि देशों में बोली जाती है।

इन देशों में बोली जाती है हिंदी | Zeeshan - RE

2001 में हुई भारतीय जनगणना के अनुसार भारत में लगभग 4.22 करोड़ (422,048,642) लोगों ने हिंदी को ही अपनी मूल भाषा बताया था। यानी भारत में हिंदी को मूल भाषा माना जाता है।

हिंदी मूल भाषा | Zeeshan - RE

हिंदी भाषा के जनक के तौर पर 'भारतेंदु हरिश्चंद्र' को जाना जाता है। हालांकि, वह हिंदी गद्य के एक महान लेखक भी थे। उन्होंने हिंदी गद्य में विशेष योगदान दिया जिसके कारण उन्हें आधुनिक हिंदी का जनक माना गया।

हिंदी भाषा के जनक | Zeeshan - RE

भारत के बाहर, संयुक्त राज्य अमेरिका में 648,983, मॉरीशस में 685, 170, दक्षिण अफ्रीका में 890,292, यमन में 232,760, युगांडा में 147,000, सिंगापुर में 5,000, नेपाल में करीब 8 लाख, न्यूजीलैंड में 20,000, जर्मनी में 30,000 लोग हिन्दी बोलते हैं।

इतने लोग बोलते हैं हिंदी | Zeeshan - RE

आपको जानकर हैरानी हो सकती है कि, हिन्दी को पहले से ही यूनेस्को की सात भाषाओं में से एक का दर्जा प्राप्त है।

सात भाषाओँ में से है एक | Zeeshan - RE

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