Deeksha Nandini
ये उर्वरक लिक्विड यानी तरल फॉर्म में हैं, जिनका छिड़काव पानी के साथ किया जाता है। पिछले कुछ सालों में नैनो यूरिया फर्टिलाइजर से कृषि की उत्पादकता बढ़ाने और पर्यावरण की सुरक्षा में काफी मदद मिली है।
यह एक फॉस्फेटिक यानी रसायनिक खाद है, जो पौधों में पोषण और उनके अंदर नाइट्रोजन और फास्फोरस की कमी को पूरा करती है।
इस उर्वरक में 18% नाइट्रोजन और 46% फास्फोरस होता है। इससे पौधों की जड़ों के विकास और उनके विभाजन में काफी मदद मिलती है। यह उर्वरक फसल की उत्पादकता को बढ़ाने में अहम रोल निभाता है।
नैनो डीएपी को आधिकारिक तौर पर लॉन्च करने से पहले कई जगहों पर इसका ट्रायल किया है। जो काफी हद तक सफल रहा है। कृषि विज्ञान केंद्र, कटिया (सीतापुर) के भी फार्म क्षेत्र पर भी नैनो डीएपी का ट्रायल किया।
अंतरिम बजट पेश करते हुए वित्त मंत्री सीतारमण ने Nano DAP के ट्रायल को सफल बताते हुए कृषि जलवायु क्षेत्रों में विभिन्न फसलों पर नैनो DAP अनुप्रयोग के विस्तार की बात कही है।
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