Shreya N
इंडिगो भारत की सबसे प्रचलित एयरलाइन है। भारतीय एविएशन मार्केट में इंडिगो का एकतरफा राज है। नागरिक उड्डयन मंत्रालय (Civil Aviation Ministry) के आंकड़ों के अनुसार घरेलू उड़ानों में 2023 की पहली तिमाही में, इंडिगो की हिस्सेदारी 55.7 प्रतिशत है। 2019 में यही 44.3 थी।
इंडिगो के बाद एयर इंडिया भारत की घरेलू उड़ाने में सबसे ज्यादा हिस्सेदारी रखती है। साल 2023 की पहली तिमाही में एयर इंडिया की घरेलू उड़ानों के मार्केट में 9 प्रतिशत की हिस्सेदारी थी। हालांकि यह 2019 में 12.7 प्रतिशत की हिस्सेदारी से कम है।
विस्तारा भारत की तीसरी सबसे प्रचलित घरेलू उड़ान भरने वाली एयरलाइन है। जनवरी 2023 से मार्च 2023 के आंकड़ों के अनुसार, इसकी मार्केट में हिस्सेदारी 8.8 प्रतिशत की है। पिछले चार सालों में विस्तारा ने अपनी हिस्सेदारी दोगुनी से ज्यादा बढ़ाई है।
इस श्रेणी में अगला नाम 7.8 प्रतिशत की हिस्सेदारी के साथ, गो एयर का आता है। हालांकि इसकी भी घरेलू उड़ान मार्केट में हिस्सेदारी पिछले 4 सालों में गिरी है। 2019 की पहली तिमाही में गो एयर की मार्केट में हिस्सेदारी 9.2 फीसदी थी।
एयर एशिया भारत के घरेलू नागरिक उड्डयन (domestic civil aviation) क्षेत्र में 7.3 फीसदी की हिस्सेदारी रखती है। 2023 की पहली तिमाही के आंकड़ों के अनुसार यह भारत के घरेलू उड़ानों में पांचवी सबसे बड़ी एयरलाइन है।
स्पाइज़ जेट भी भारत की सबसे प्रचलित एयरलाइन्स में से एक है। 2023 की पहली तिमाही में, घरेलू उड़ानों में इसकी हिस्सेदारी 6.9 फीसदी की रही है। 2019 से अब तक इसके व्यापार में काफी गिरावट आई है। 2019 में स्पाइज़ जेट 13.6 की मार्केट हिस्सेदारी के साथ, भारत की दूसरी सबसे सफल एयरलाइन थी।
अकासा एयर की भारत में शुरुआत 2021 में ही हुई थी। वर्तमान में यह भारतीय घरेलू उड़ानों में 3 प्रतिशत की हिस्सेदारी रखती है। महज 14 महीनों में अकासा इस मुकाम तक पहुंची है। यह भविष्य में अन्य एयरलाइन्स के लिए बड़ी चुनौती हो सकती है।
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