Shreya N
गोंद के लड्डू की तासीर गर्म होती है। सर्दियों में इसे खाने से शरीर गर्म रहता है तथा आर्थराइटिस जैसी समस्याओं से राहत मिलती है। गोंद के लड्डू को आटे, घी, मेवे, और गुड़ के साथ बनाया जाता है।
गजक तिल और गुड़ से मिलकर बनती है। ये ठंड की मिठाइयों में बहुत प्रचलित है। तिल और गुड़ दोनों की तासीर गर्म होती है। इससे ठंड के दिनों में शरीर में गर्मी बनी रहती है। इसके अलावा इसमें कैल्शियम भी होता है, जिससे हड्डियां मजबूत होती है।
ठंड के दिनों में काजू, बादाम, खजूर, गुड़, और घी के लड्डू भी बहुत फायदेमंद होते हैं। सर्दियों में इनके सेवन से शरीर को ताकत मिलती है तथा गर्माहट बनी रहती है। इनमें मौजूद तेल से, ठंड के दिनों में त्वचा भी मॉइस्चराइज रहती है।
पिन्नी मुख्य रूप से पंजाबी घरों में बनने वाली मिठाई है। इसे आटा, देसी घी, गुड़ और ड्राई फ्रूट्स से बनाया जाता है। सर्दियों में ये मिठाई शरीर की इम्यूनिटी बढ़ाती है, जिससे मौसमी सर्दी-जुकाम से राहत मिलती है। इसके अलावा, पिन्नी खाने से शरीर में गर्माहट भी बनी रहती है।
गाजर खंड में आने वाली एक मौसमी सब्जी है। इसके सेवन से शरीर में गर्माहट रहती है। गाजर में विटामिन सी भी पाया जाता है, जो शरीर को रोगों से बचाता है। इसलिए ठंड में गाजर का हलवा बनाकर खाना फायदेमंद होता है।
सर्दियों के दिनों में महाराष्ट्रियन घरों में विशेष रूप से तिल के लड्डू बनाए जाते है। ये लड्डू तिल, गुड़ और मूंगफली से बनाए जाते हैं। तिल के लड्डू में प्रोटीन, ज़िंक और कैल्शियम पाया जाता है। इससे शरीर की हड्डियां मजबूत होती है। इसलिए ठंड में तिल के लड्डू बहुत फायदेमंद होते हैं।
मूंग दाल का हलवा, सर्दियों में गर्माहट देने वाला एक और मीठा है। इसके सेवन से सर्दियों के दिनों में सेहत अच्छी रहती है। यह हलवा पीली मूंग, घी, चीनी और दूध से बनता है।
ठंड के दिनों में खजूर से बनाई मिठाइयां भी बहुत फायदेमंद होती है। यह शरीर को रोगों से बचाती है तथा पाचन में भी मदद करती है। ठंड में खजूर की मिठाई खाने से शरीर को ताकत मिलती है। यह हीमोग्लोबिन बढ़ाने में भी सहायक होते हैं।
क्यों खाने चाहिए सूखे मेवे