gurjeet kaur
सिंधिया स्कूल ग्वालियर की स्थापना स्वर्गीय महाराजा माधोराव सिंधिया ने 1857 में सरदार स्कूल के नाम पर की थी। 1933 मे स्कूल का नाम बदलकर सिंधिया स्कूल रखा गया।
सिंधिया स्कूल केवल राजघरानों के राजकुमारों के लिए, विशेषकर मराठों के लिए शुरू किया गया था, लेकिन 1933 में इसके दरवाजे आम परिवारों के बच्चों के लिए भी खोल दिए गए।
सिंधिया स्कूल में उद्योगपति मुकेश अंबानी, एयरटेल के मालिक सुनील भारती मित्तल, बॉलीवुड अभिनेता सलमान खान,अरबाज खान, नितिन मुकेश, अनुराग कश्यप जैसे दिग्गज पढ़ चुके हैं।
IT (इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी) विषय को सिंधिया स्कूल ने 1984 अपने पाठ्यक्रम में शामिल किया था। ऐसा करने वाला यह देश का पहला स्कूल है। इस स्कूल में देश ही नहीं बल्कि पूरे विश्व भर के छात्र शिक्षा लेने के लिए आते हैं।
सिंधिया स्कूल केवल लड़कों के लिए है। इस स्कूल में लड़कियों को एडमिशन नहीं दिया जाता है। स्कूल की कुल क्षमता 630 छात्रों की है। इसमें कुल 12 हाउसेस हैं। 12 में से चार जूनियर लड़कों और आठ सीनियर लड़कों के लिए हैं।
सिंधिया स्कूल न केवल शिक्षा बल्कि खेल के क्षेत्र में अग्रणी है। यहां छात्रों के खेलने के लिए 22 मैदान हैं। जिसमें क्रिकेट, लॉन टेनिस, स्वीमिंग पूल, हार्स राइडिंग, बॉक्सिंग से लेकर हर तरह के इंडोर और आउटडोर गेम खेले जा सकते हैं।
सिंधिया स्कूल की 21 अक्टूबर को 125 वीं वर्षगांठ मनाई गई। पीएम नरेंद्र मोदी देश के पहले प्रधानमंत्री हैं जो सिंधिया स्कूल की 125 वीं वर्षगांठ में शामिल हुए।
भारतीय क्रिकेट टीम के खिलाड़ी जिनका जन्म मध्यप्रदेश में हुआ