भारत की धरोहर दिखाते हैं करेंसी नोट

Shreya N

10 रुपये के नोट के पीछे कोणार्क चक्र की तस्वीर है। यह चक्र ओडिशा के प्रसिद्ध कोणार्क सूर्य मंदिर से लिया गया है। यह मंदिर यूनेस्को वैश्विक धरोहर स्थल (UNESCO World Heritage Site) का हिस्सा है।

10 रुपये | Syed Dabeer Hussain - RE

2019 में आए नए 20 के नोट में एलोरा की गुफाओं को दर्शित किया गया है। इसमें एलोरा की गुफाओं के कैलाश मंदिर का चित्रण है। यह मंदिर गुफा के कुल 34 मंदिरों में सबसे बड़ा है।

20 रुपये | Syed Dabeer Hussain - RE

भारत के 50 रुपय के नोट पर भी, ऐतिहासिक धरोहर को स्थान दिया गया है। इसके पीछे, हंपी के विट्ठल मंदिर में स्थित पत्थर के रथ का चित्रण हे। यह रथ दक्षिण भारत की द्रविड़ शैली में बनाया गया है, जोकि 15वीं सदी में बना था।

50 रुपये | Syed Dabeer Hussain - RE

जुलाई 2018 में आए 100 रुपये के नए करेंसी नोट पर गुजरात के प्रसिद्ध ‘रानी की वाव’ की तस्वीर छपी है। यूनेस्को वैश्विक धरोहर स्थल (UNESCO World Heritage Site) में शामिल, यह बावड़ी गुजरात के पाटन में स्थित है। इसका निर्माण 11वीं सदी में हुआ है।

100 रुपये | Syed Dabeer Hussain - RE

सांची स्तूप मध्य प्रदेश के रायसेन जिले में स्थित एक बौद्ध स्मारक है। इसका निर्माण सम्राट अशोक ने तीसरी शती, ई. पू. (3rd Century BCE) में करवाया था। 2017 में आए नए 200 के नोट में इस ऐतिहासिक धरोहर को स्थान दिया गया।

200 रुपये | Syed Dabeer Hussain - RE

2016 में पुराने 500 और 1000 के नोट बंद होने के बाद, इस 500 के नोट को लाया गया। इसके पीछे भारत की सबसे प्रचलित इमारत- लाल किले को स्थान दिया गया है। शाहजहां द्वारा बनाई, इस इमारत पर हर साल स्वतंत्रता दिवस के दिन प्रधानमंत्री झंडा फहराते हैं।

500 रुपये | Syed Dabeer Hussain - RE

2000 रुपये के नोट अब भारत में सर्कुलेशन से बाहर हो चुके हैं। 2016 में जब ये नए नोट आए थे, तब इसके पीछे भारत के मंगल मिशन के लिए बने ‘मंगलयान’ को दर्शाया गया था। इसका उद्देश्य भारत में लगातार विकसित होते विज्ञान को महत्व देना था।

2000 रुपये | Syed Dabeer Hussain - RE

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