Shreya N
पैरा एशियाई खेलों के चौथे संस्करण में भारत ने कुल 111 पदक जीते। इसमें 29 स्वर्ण, 31 रजत और 51 कांस्य शामिल है। यह अब तक पैरा एशियाई खेलों में भारत का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है।
सुमित अंतिल ने जैवलिन थ्रो में 73.29 मीटर का थ्रो फेंककर विश्व रिकॉर्ड बनाया। उन्होंने पुरुषों के एफ-64 जैवलिन इवेंट में अपने ही 70.83 मीटर के थ्रो का रिकॉर्ड तोड़ते हुए, गोल्ड मेडल जीता।
जैवलिन थ्रो में ही एक और रिकॉर्ड भारत के स्वर्ण पदक विजेता सुंदर सिंह गुर्जर ने बनाया। उन्होंने पुरुषों के एफ-46 जैवलिन थ्रो में 67.79 मीटर का थ्रो फेंककर, इस कैटेगरी में विश्व रिकॉर्ड बनाया।
पैरालंपिक खेलों में पदक लाने के बाद, अब अवनी लेखरा ने पैरा एशियाई खेलों में भी नया रिकॉर्ड बना लिया है। उन्होंने शूटिंग में 249.6 के रिकॉर्ड स्कोर के साथ, स्वर्ण पदक जीता। ये एक नया पैरा एशियाई रिकॉर्ड है।
अंकुर धामा ने पुरुषों की 1500 मीटर और 500 मीटर टी-11 दौड़ में स्वर्ण पदक जीते। इसके साथ वे पैरा एशियाई खेलों में भारत के लिए एक ही सीजन में दो स्वर्ण जीतने वाले पहले एथलीट बने।
16 साल की शीतल देवी पहली भारतीय आर्चर हैं, जो पैर से धनुष पकड़कर बाण चलाती हैं। उन्होंने आर्चरी के इंडिविज्यूल इवेंट और कंपाउंड मिक्स्ड इवेंट में स्वर्ण पदक जीता। वहीं महिलाओं के डबल्स में सिल्वर पदक अपने नाम किया।
प्राची यादव पैरा एशियाई खेलों में कैनोइंग में स्वर्ण पदक जीतने वाली पहली भारतीय खिलाड़ी बनी। उन्होंने वाटर स्पोर्ट्स में कुल दो पदक जीते, जिसमें एक स्वर्ण और एक रजत पदक शामिल है।
पैरा एशियाई खेलों में शूटिंग में एक और रिकॉर्ड सिद्धार्थ बाबू ने बनाया। उनका 50 मीटर के मिक्स्ड राइफल इवेंट में 247.7 स्कोर रहा, जोकि पैरा एशियाई खेलों में इस श्रेणी का रिकॉर्ड है।
ये पिता-पुत्र खेल चुके है क्रिकेट का विश्व कप