बेमतलब नहीं है भारतीय रिवाज

Shreya N

भारत में शादी में दूल्हा और दुल्हन को मेहंदी लगाई जाती है। मेहंदी में औषधि गुण होते हैं। शादी के समय मेहंदी लगाने से, यह आपके शरीर को ठंडा रखती है। साथ ही स्ट्रेस को कम करने में मदद करती है।

मेहंदी | Zeeshan Mohd - RE

पैर के अंगूठे की बाजू वाली उंगली में भारतीय विवाहित महिलाएं बिछिया पहनती हैं। इस उंगली की एक तंत्रिका, महिलाओं के गर्भाशय और दिल से जुड़ी होती है। बिछिया पहनने से, इस तंत्रिका में ब्लड फ्लो बेहतर होता है। इससे महिलाओं का गर्भाशय स्वस्थ रहता है और मासिक धर्म नियमित रहते हैं।

बिछिया | Zeeshan Mohd - RE

नदी में सिक्के फेंकने की परंपरा उस समय की है, जब भारत में ज्यादातर तांबे के सिक्के चलते थे। उस समय लोग नदियों से ही पीने का पानी भरकर ले जाते थे। लोग इन सिक्कों को नदी में फेंक देते थे, ताकि पीने के पानी में उन्हें तांबे के गुण मिल सकें।

नदी में सिक्के फेंकना | Zeeshan Mohd - RE

भारत में ज्यादातर लड़कियां कान छिदवाती हैं। वहीं हिंदू धर्म में लड़कों के भी कान छिदवाए जाते हैं। कान के बीच में एक्यूपंक्चर और एक्यूप्रेशर पॉइंट होते हैं। इसे छिदवाने से अस्थमा होने की संभावना कम होती है। साथ ही यह महिलाओं और पुरुषों के प्रजनन स्वास्थ्य के लिए भी बेहतर होता है।

कान छिदवाना | Zeeshan Mohd - RE

भारत के सभी मुख्य धर्मों में किसी ना किसी तरह से उपवास के रिवाज हैं। आयुर्वेद के अनुसार, पाचन तंत्र में विषैले पदार्थें (toxic materials) के जमा होने से कई तरह की बीमारियों को जन्म मिलता है। उपवास करने से ऐसे विषैले पदार्थ, शरीर से साफ हो जाते हैं।

उपवास | Zeeshan Mohd - RE

दोनों भौहों के बीच का वह पॉइंट जहां तिलक लगाया जाता है, एक प्रेशर पॉइंट होता है। तिलक लगाते वक्त, इस पॉइंट पर प्रेशर पड़ता है, जिससे चेहरे का ब्लड फ्लो बेहतर होता है। इसके अलावा चंदन का तिलक लगाने से दिमाग भी शांत होता है।

तिलक | Zeeshan Mohd - RE

लोगों का अभिवादन करने के भारतीय तरीके को कोरोना काल के दौरान विश्व भर ने अपनाया, क्योंकि ऐसा करने से सोशल डिस्टेंसिंग बनी रहती है। हालांकि, इसके अलावा नमस्ते करने से उंगलियों के प्रेशर पॉइंट एक्टिव हो जाते हैं, जो आंख, कान और दिमाग से जुड़े होते हैं। इससे आप जिस व्यक्ति से मिले हैं, उसे लंबे समय तक याद रख पाते हैं।

नमस्ते | Zeeshan Mohd - RE

दक्षिण दिशा को हिंदू धर्म में यमराज की दिशा माना जाता है। इस तरफ पैर करके सोने मना किया जाता है। वैज्ञानिक दृष्टिकोण से देखें, तो दक्षिण दिशा की ओर पैर करके सोने से आप, पृथ्वी के चुंबकीय क्षेत्र (magnetic field) के विपरीत सोते हैं। इससे रक्तचाप (blood pressure) से संबंधित समस्याएं आ सकती है। 

दक्षिण की तरफ पैर करके ना सोना | Zeeshan Mohd - RE

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