Kavita Singh Rathore
'जल ही जीवन है' यह तो सुना ही होगा। जी हां, एक स्वस्थ व्यक्ति को दिनभर में दो से तीन लीटर पानी पीना चाहिए। गर्मियों में ज्यादा पानी पी कर बॉडी को हाइड्रेट रखा जा सकता है। पानी की कमी से डिहाइड्रेशन की शिकायत होने लगती है।
डिहाइड्रेशन के चलते शरीर में पर्याप्त लार नहीं बनती जिससे मुंह में बैक्टीरिया पनपने लगेंगे और सांसों में दुर्गंध आने लगती है। कई बार मुंह का स्वाद ख़राब होना, मुंह सूखने जैसी समस्या भी हो सकती है।
त्वचा में सूखापान, होठ फटना डिहाइर्डेशन के सबसे आम लक्षणों में से एक है। गर्मियों में पसीना बहुत आता है, लेकिन इसके बाद भी आपकी बॉडी में डिहाइड्रेशन की शिकायत हो सकती है।
मांसपेशियों में ऐंठन आना डिहाइड्रेशन का एक लक्षण है। गर्मियों में शरीर में पानी की कमी से ठंडक कम होकर गर्मी बढ़ जाती है। ऐसे में मांसपेशियों में ऐंठन की संभावना होने लगती है।
गर्मियों में कई बार शरीर को तरल पदार्थ न मिल पाने के कारण भी सिरदर्द या चक्कर आने जैसी समस्या होती है। पानी की कमी से शरीर में फ्लूड की कमी हो जारी है और ब्रेन में ब्लड वेसेल्स गड़बड़ हो जाता है। ऐसे में सिरदर्द होने लगता है।
पेशाब (यूरिन) का रंग बदलना या डार्क पीली पेशाब होना भी डिहाइड्रेशन के संकेत है। ऐसे में आपको शरीर में हो रही पानी की कमी को जल्द पूरा करना चाहिए।
यदि आपको कब्ज की समस्या है तो यह इशारा शरीर में पानी की कमी की तरफ भी हो सकता है। डिहाइड्रेशन के चलते कब्ज और पाचन संबंधी परेशानियां होती हैं।