gurjeet kaur
रानी कमलापति के बारे में कहा जाता है की वो बेहद खूबसूरत थी। उनका विवाह गिन्नौरगढ़ के राजा निजाम शाह से हुआ था।
निजाम शाह गिन्नौरगढ़ के राजा थे उस समय भोपाल भी उनके अधिकार में था। कमलापति उनकी 7 पत्नियों में से एक है।
इस किले का निर्माण परमार वंश के राजा करवाया था। निजाम शाह के द्वारा इस किले का पुनर्निर्माण कराया गया था। किले का निर्माण ऊंचाई पर कराया गया है बावजूद इसके यहाँ पानी की कोई कमी नहीं है।
रानी कमलापति और निजाम शाह का एक बेटा हुआ जिसका नाम नवल शाह रखा गया था।
संपत्ति के लालच के कारण निजाम शाह के भतीजे आलम शाह ने उनकी हत्या कर दी थी। जिसके बाद रानी अपने बेटे को लेकर भोपाल आ गई थी।
पति की मौत का बदला लेने के लिए रानी कमलापति ने इस्लामपुर (जगदीशपुर) के शासक दोस्त मोहम्मद खान से मदद मांगी थी।
दोस्त मोहम्मद खान ने एक लाख अशर्फियों के बदले आलम शाह की हत्या कर दी, लेकिन रानी उन्हें केवल 50 हजार अशर्फियां ही दे पाई।
किवदंती है की रानी कमलापति ने जल समाधी ली थी और लम्बे समय तक तालाब में उनका हाथ दिखाई देता था।
भोपाल में एक पार्क है जिसका नाम रानी कमलापति के नाम पर रखा गया है। इसके अलावा हबीबगंज रेलवे स्टेशन का नाम बदलकर रानी कमलापति किया है।
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