मुकेश अंबानी को 400 करोड़ रुपए नहीं देने पर जान से मारने की धमकी देने वाले 2 युवक धराए
हाईलाइट्स
अंबानी परिवार को मिलती है जेड प्लस सिक्योरिटी
58 कमांडो उठाते हैं परिवार की सुरक्षा की जिम्मेदारी
निजी सुरक्षा कर्मियों को इजरायल में दी गई है ट्रेनिंग
राज एक्सप्रेस । रिलायंस इंड्रस्ट्रीज (आरआईएल) प्रमुख और देश के प्रमुख उद्योगपति मुकेश अंबानी को मिले धमकी भरे ई-मेल भेज कर रंगदारी वसूलने की जांच कर रही मुंबई पुलिस ने शनिवार को तेलंगाना और गुजरात से दो युवकों को गिरफ्तार किया है। दरअसल, पिछले आठ दिनों के भीतर अंबानी की कंपनी की ऑफिशियल ई-मेल आईडी पर तीन धमकी भरे ई-मेल भेजे गए थे, जिनमें 400 करोड़ रुपए की रंगदारी मांगी गई थी। उन ईमेल्स में धमकी दी गई थी कि अगर पैसे नहीं दिए गए तो मुकेश अंबानी को जान से मार दिया जाएगा। मुकेश अंबानी के सिक्योरिटी इंचार्ज की शिकायत के आधार पर मुंबई गामदेवी पुलिस स्टेशन में प्राथमिकी दर्ज की गई थी। पुलिस ने बताया कि आरोपी लड़कों में से एक की पहचान गणेश रमेश वनरापति (19) के रूप में की गई है, जिसे मुंबई पुलिस की क्राइम ब्रांच ने तेलंगाना के वारंगल से गिरफ्तार किया है। जबकि, दूसरे आरोपी की पहचान शादाब खान (21) के रूप में हुई है। शादाब को गुजरात से गिरफ्तार किया गया है।
मुंबई पुलिस ने दोनों आरोपियों गणेश रमेश वनरापति और शादाब खान को गिरफ्तार करके शनिवार को अदालत में पेश किया। अदालत ने दोनों को 8 नवंबर तक के लिए पुलिस रिमांड में दे दिया है। पुलिस अब उनसे पूछताछ कर रही है। पुलिस ने जांच में पाया कि उन्होंने धमकी भरे ई-मेल भेजने के लिए दो अलग-अलग आईडी का इस्तेमाल किया था। दोनों को आईपीसी की धारा 387 (जबरन वसूली करने के लिए किसी व्यक्ति को मौत या गंभीर चोट पहुंचाने की धमकी देना) और 506 (2) (आपराधिक धमकी) के तहत गिरफ्तार किया गया है।
पहले पकड़े गए युवकों ने मुकेश अंबानी से 20 करोड़ रुपए देने को कहा। बाद में यह रकम बढ़ाकर 200 करोड़ कर दी। इसके बाद और बढ़ाकर इसे 400 करोड़ रुपए कर दिया गया। इन युवकों ने रंगदारी भी 6.50 लाख करोड़ रुपए की संपत्ति के मालिक और एशिया के सबसे अमीर आदमी मुकेश अंबानी से मांगी थी । इस लिए यह जानकारी मिलते ही पुलिस सक्रिय हो गई। उधर, दोनों बेखौफ हर बार भेजे जाने वाले नए ई-मेल में जान से मारने की धमकी देते हुए रंगदारी की रकम बढ़ाते जा रहे थे। उनके इस तरीके से ने मुंबई पुलिस से लेकर तमाम सुरक्षा एजेंसियों को यह सोचने पर मजबूर कर दिया कि कहीं इन धमकियों के पीछे किसी संगठित आपराधिक गिरोह का हाथ तो नहीं है। हालांकि, एक हफ्ते के अंदर ही मुंबई पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर इस घटनाक्रम का पटाक्षेप कर दिया।
उल्लेखनीय है कि यह पहली बार नहीं है कि मुकेश अंबानी के परिवार को जान से मारने की धमकी दी गई है। 2022 में भी अंबानी परिवार को जान से मारने की धमकी दी गई थी। अक्टूबर में रिलायंस फाउंडेशन द्वारा संचालित सर एचएन रिलायंस हॉस्पिटल के लैंडलाइन नंबर एक शख्स ने धमकी भरा कॉल कर अस्पताल को बम से उड़ा कर अंबानी परिवार को मारने की बात कही थी। पिछले साल 15 अगस्त को भी उसी अस्पताल के लैंडलाइन नंबर पर एक-एक कर 9 धमकी भरे कॉल आए थे, जिसमें अंबानी और उनके परिवार को जान से मारने की धमकी दी गई थी।
बता दें कि मुकेश अंबानी और उनके परिवार को जेड प्लस कैटेगरी की सिक्योरिटी दी गई है। पहले उनके लिए जेड कैटेगरी ही सिक्योरिटी थी, लेकिन साल 2013 में केंद्रीय गृह मंत्रालय ने उनके परिवार को मिलने वाली धमकियों और खतरे को देखते हुए उन्हें जेड प्लस कैटेगरी की सिक्योरिटी मुहैया करवा दी थी। मुकेश अंबानी और उनके के साथ हर पल न सिर्फ कमांडोज होते हैं, बल्कि जब भी मुकेश अंबानी, उनकी पत्नी नीता अंबानी, उनके बच्चे और यहां तक कि उनकी बहू भी घर से बाहर निकलती हैं, तो उनके साथ सुरक्षा के लिए पुलिस की पायलट और एस्कॉर्ट गाड़ियां चलती हैं। सीआरपीएफ के 58 कमांडो उनकी और उनके परिवार की सुरक्षा की जिम्मेदारी उठाते हैं।
अंबानी परिवार की सुरक्षा में नियुक्त किए गए सीआरपीएफ की टीम में आर्म्ड गार्ड्स, क्लोज प्रॉक्सिमिटी गार्ड्स, ड्राइवर, पीएसओ यानी पर्सनल सिक्योरिटी ऑफिसर्स होते हैं। अंबानी के घर और दफ्तर के आस-पास के इलाके में सुरक्षा के बेहद चाक चौबंद उपाय किए गए हैं। सीसीटीवी कैमरे और अन्य उपायों की मदद से उनके आस-पास होने वाली हर हलचल पर नजर रखी जाती है। यह तो हो गई सरकार द्वारा उपब्ध कराई गई सुरक्षा। इसके अलावा मुकेश अंबानी के पास अपनी निजी सुरक्षा भी है। अंबानी के पीएसओ के पास हथियार तो नहीं होते, लेकिन ये किसी की स्थिति को संभालने में हर तरह से सक्षम होते हैं। इन्हें ट्रेनिंग इजरायल की एक सिक्योरिटी कंपनी ने दी है।
ताज़ा समाचार और रोचक जानकारियों के लिए आप हमारे राज एक्सप्रेस वाट्सऐप चैनल को सब्स्क्राइब कर सकते हैं। वाट्सऐप पर Raj Express के नाम से सर्च कर, सब्स्क्राइब करें।