हाइलाइट्स :
एशिया के सबसे गरीब देशों की गिनती में है पाकिस्तान
पाक पर मंडराता नज़र आ रहा दोबारा आर्थिक संकट
ऑस्ट्रेलिया ने किया पाकिस्तान को आर्थिक मदद देने से इंकार
अगस्त में अमेरिका ने किया था पाक को आर्थिक मदद देने से इंकार
राज एक्सप्रेस। पाकिस्तान की गिनती एशिया के सबसे गरीब देशों वाली लिस्ट में होती है, पाक पहले से ही कई आर्थिक मुश्किलों का सामना कर रहा था, वहीं अब पाक पर दोबारा आर्थिक संकट मंडराता नज़र आ रहा है। इस आर्थिक संकट का कारण ऑस्ट्रेलिया द्वारा लिया गया फैसला है। ऑस्ट्रेलिया ने अब पाकिस्तान की आर्थिक मदद पर रोक लगाने का फैसला लिया है।
अमेरिका का फैसला :
जानकारी के लिए बताते चलें कि, इसी साल अगस्त के महीने में पाकिस्तान पर से अमेरिका का साया भी उठ गया था; अर्थात अमेरिका ने भी पाक को आर्थिक मदद देने से इंकार कर दिया है। दरअसल अमेरिका साल 2010 से पाकिस्तान एनहेंस्ड पार्टनरशिप एग्रीमेंट (PEPA) के तहत पाक की आर्थिक मदद करता आ रहा था। इस समझौते के बाद से तो पाक की माली हालत और खराब होने लगी, जिसके चलते दोनों देशों के बीच तनावपूर्ण संबंध रहने लगे। अमेरिका से आर्थिक मदद के तौर पर पाकिस्तान को 44 करोड़ डॉलर की सहायता मिलती थी, लेकिन अब अमेरिका ने इस रकम की नकद सहायता में कटौती कर दी है। इतना ही नहीं इस कटौती के साथ अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बयान भी दिया,
'हम (अमेरिका) कई सालों से पाकिस्तान की आर्थिक मदद करते आये हैं और पाक को 130 करोड़ डॉलर देते रहे, लेकिन समस्या यह है कि, पाकिस्तान हमारे लिए कुछ नहीं कर रहा था।'
डोनाल्ड ट्रंप, अमेरिकी राष्ट्रपति
ऑस्ट्रेलिया का पाक के खिलाफ कदम :
ऑस्ट्रेलिया की मोरिसन सरकार ने पाकिस्तान के खिलाफ जो कदम उठाया है, इसके चलते अब पाकिस्तान की महिलाओं और लड़कियों को ऑस्ट्रेलिया से मिलने वाली आर्थिक मदद नहीं मिलेगी, ऑस्ट्रेलिया द्वारा ये राशि पाकिस्तान की गरीब महिलाओं और लड़कियों की वित्तीय तौर पर मदद करने के लिए दी जाती थी, जो अब नहीं दी जाएगी। इस मदद का उदेश्य पाक की महिलाओं को शिक्षा प्रदान करना, गुणवत्ता, प्रजनन स्वास्थ्य और लिंग आधारित हिंसा विरोधी सेवाओं को देना था।
आई परफॉर्मेंस रिपोर्ट :
पाकिस्तान के वित्तीय मदद कार्यक्रम को लेकर आई परफॉर्मेंस ने एक रिपोर्ट जारी की है, इस रिपोर्ट के आधार पर प्राप्त जानकारी के अनुसार, ऑस्ट्रेलिया से जो फंड पाकिस्तान को मिलता था अब वो फंड प्रशांत क्षेत्र में नए प्रोजेक्ट पर खर्च किया जाएगा। आपको जानकारी के लिए ऑस्ट्रेलिया द्वारा की गई आर्थिक मदद की कुछ पिछली राशि बताते हैं।
ऑस्ट्रेलिया द्वारा 2018-19 में पाकिस्तान को दी जाने वाली आर्थिक मदद की राशि 3.9 करोड़ डॉलर थी।
ऑस्ट्रेलिया द्वारा 2019-20 में पाकिस्तान को दी जाने वाली आर्थिक मदद की राशि 1.9 करोड़ डॉलर थी।
अब 2020-21 में इस मदद की राशि को देना है।
विदेशों को दी जाने वाली आर्थिक मदद घटी :
आंकड़ों के अनुसार, ऑस्ट्रेलिया द्वारा विदेशों को आर्थिक मदद दी जाती है, वो 2013 के बाद से 27% घट गई है। अब ऑस्ट्रेलिया अपने कुल खर्च का 0.82% हिस्सा ही फंड के तौर पर मदद के लिए देता है। मोरिसन सरकार ने 2013 में हुई कटौती के बावजूद भी प्रशांत क्षेत्र में मदद की राशि को बढ़ाने का फैसला लिया है।
संयुक्त राष्ट्र मानव विकास सूचकांक :
जानकारी के लिए बता दें कि, पाकिस्तान की गिनती संयुक्त राष्ट्र मानव विकास सूचकांक वाले 178 देशों की लिस्ट में 150वें स्थान पर होती है और यह लिस्ट स्वास्थ्य, शिक्षा और आय के आधार पर तैयार की गई है। इसका मतलब यह हुआ कि, पाकिस्तान न ही आर्थिक रूप से मजबूत है और न ही स्वास्थ्य और शिक्षा के आधार पर। अब पाक आॅस्ट्रेलिया द्वारा लिए इस फैसले से काफी परेशान नज़र आता दिख रहा है। अब पाकिस्तान की अपनी ही आर्थिक स्थति उसके लिए एक चुनौती बनती नजर आ रही है।
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