225 करोड़ के सॉफ्टवेयर खरीद में हेरफेर से संबंधित है यह आरोपपत्र
सीबीआई ने सीवीसी की सिफारिश के बाद दर्ज किया था यह मामला
सीवीसी ने प्रथम दृष्टया पाया खरीद में की गई प्रक्रियात्मक गड़बड़ी
राज एक्सप्रेस । केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने एयर इंडिया के तत्कालीन सीएमडी अरविंद जाधव के साथ-साथ एसएपी इंडिया और आईबीएम इंडिया के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया है। आरोपपत्र 2011 में 225 करोड़ रुपये मूल्य के सॉफ्टवेयर की खरीद में कथित अनियमितताओं से संबंधित है। जांच एजेंसी के सूत्रों के मुताबिक, सीबीआई ने केंद्रीय सतर्कता आयोग (सीवीसी) की सिफारिश पर मामला दर्ज किया था, जिसने सॉफ्टवेयर की खरीद में प्रथम दृष्टया प्रक्रियात्मक अनियमितताएं पाई थीं।
उन्होंने बताया कि लगभग छह साल की जांच के बाद दायर आरोप पत्र में आईपीसी की धारा 120-बी (आपराधिक साजिश) और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के प्रावधानों के तहत छह अन्य लोगों के भी नाम हैं। मुख्य सतर्कता अधिकारी (सीवीसी) ने सीबीआई को लिखे अपने नोट में कहा था कि एयर इंडिया के मुख्य सतर्कता अधिकारी की प्रारंभिक जांच से पता चलता है कि एयर इंडिया ने उचित निविदा प्रक्रिया का पालन किए बिना ही एसएपी एजी से इंटरप्राइज रिसोर्स प्लानिंग (ईआरपी) सॉफ्टवेयर सिस्टम का चुनाव किया था।
उसने यह पूरी प्रक्रिया अपने स्तर पर ही फाइनल कर दी। यह भी आरोप लगाया गया है कि इस मामले में नागरिक उड्डयन मंत्रालय से कोई मंजूरी नहीं ली गई। जबकि एयर इंडिया ने दावा किया था कि उसने 9 जुलाई 2009 को सचिवों के समूह के समक्ष और 2010 में मंत्रियों के समूह के समक्ष प्रस्तुति दी थी। इसके बाद ही खरीद के लिए आर्डर किया था। इस मामले पर सबसे पहले सीवीसी ने संज्ञान लिया और सीबीआई से इस मामले की जांच करने को कहा था।
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