2023-24 में देश की शीर्ष आईटी कंपनियों ने 70704 कर्मचारियों को नौकरी से निकाला

आईटी सेक्टर में लंबे समय से मांग में अनिश्चितता बनी हुई है। इस लिए आईटी कंपनियां पिछले काफी समय से भारी दबाव में हैं। उन्हें बड़ी संख्या में अपने कर्मचारियों की छंटनी करनी पड़ी है।
2024 में आईटी कंपनियों ने 70704 कर्मचारियों को नौकरी से निकाला
2024 में आईटी कंपनियों ने 70704 कर्मचारियों को नौकरी से निकालाRaj Express

हाईलाइट्स

  • इनमें एचसीएल टेक ही एकमात्र ऐसी कंपनी जिसने नए कर्मचारियों को हायर किया

  • आर्थिक दबावों, एआई और नए भूराजनीतिक तनावों से काम में देखने को मिली कमी

  • आई सेवा क्षेत्र की सभी कंपनियों का प्रदर्शन गिरा, इस लिए उन्हें करनी पड़ रही छंटनी

राज एक्सप्रेस । आईटी सेक्टर में लंबे समय से मांग में अनिश्चितता बनी हुई है। इस लिए देश की आईटी कंपनियां ने पिछले काफी समय से भारी दबाव में चल रही हैं। अनिश्चितता के इस माहौल में देश की 5 सबसे बड़ी आईटी कंपनियों में से 4 ने वर्ष 2023-24 में 70704 कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखाया है। पिछले 5 सालों में यह पहली बार है जब टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस), इंफोसिस, विप्रो और टेक महिंद्रा जैसी बड़ी कंपनियों ने 70704 कर्मचारियों को नौकरी से निकाला है, जबकि नई हायरिंग बिल्कुल नहीं की है। इन निराशाजनक आंकड़ों के बीच, एचसीएल टेक ही एकमात्र ऐसी कंपनी रही है, जिसने मार्च 2024 तिमाही और पूरे वर्ष में नए कर्मचारियों को नियुक्ति दी है।

टीसीएस ने की 13,249 कर्मचारियों की कटौती

टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) देश की सबसे बड़ी आईटी कंपनी है। टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज ने वित्त वर्ष 2024 के दौरान कर्मचारियों की संख्या में 13,249 की कटौती की है। बीते वित्त वर्ष के अंत में टीसीएस के साथ कुल 6,01,546 कर्मचारी जुड़े थे, लेकिन अब इनकी संख्या में गिरावट आ गई है। मार्च 2024 तिमाही में टीसीएस के कर्मचारियों की संख्या में 1,759 की कमी देखने को मिली है। पिछले 19 सालों में टीसीएस में पहली बार कर्मचारियों की संख्या में गिरावट देखने को मिली है। हालांकि, टीसीएस ने दावा किया है कि वह वित्त वर्ष 2024-25 में 40,000 फ्रेशर्स को हायर करेगी।

इन्फोसिस ने 25,994 लोगों को दिखाया बाहर का रास्ता

देश की दूसरी सबसे बड़ी आईटी कंपनी इंफोसिस भी पिछले काफी समय से दबाव में है। वैश्विक स्तर पर उसकी मांग में कमी देखने को मिली है, जिसकी वजह से उसका कामकाज प्रभावित हुआ। पर्याप्त काम नहीं निकलने की वजह से कंपनी को बड़ी संख्या में अपने अतिरिक्त वर्कफोर्स को सेवा ने निकालना पड़ा है। इन्फोसिस में मार्च 2024 के अंत में कर्मचारियों की कुल संख्या 3,17,240 थी, जो पिछले साल की इसी अवधि में 3,43,234 थी। मार्च 2024 तिमाही में इंफोसिस के कर्मचारियों की संख्या में 5,423 की गिरावट देखने को मिली है। आंकड़ों से पता चलता है कि वित्त वर्ष 2024 के दौरान इंफोसिस के कुल कर्मचारियों की संख्या में 25,994 की कमी आई है। उल्लेखनीय है कि इंफोसिस में पिछले 23 सालों में पहली बार कर्मचारियों की संख्या में इतनी गिरावट देखने को मिली है।

विप्रो ने 24,516 कर्मचारियों को नौकरी से निकाला

एक अन्य प्रमुख आईटी कंपनी विप्रो में भी बड़ी संख्या में कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखाया गया है। विप्रो ने 19 अप्रैल को मार्च तिमाही के वित्तीय परिणाम घोषित करने के दौरान कहा था कि मार्च 2024 तक उसके कर्मचारियों की संख्या घटकर 2,34,054 रह गई, जो इससे एक साल पहले इसी माह के अंत में 2,58,570 थी। इस तरह मार्च 2024 को खत्म हुए वित्त वर्ष के दौरान कंपनी के कर्मचारियों की संख्या में 24,516 की कमी आई है। मार्च 2024 तिमाही में विप्रो के कर्मचारियों की संख्या में 6,180 की कमी देखने को मिली है।

मांग में कमी से डगमगाया आईटी सर्विस सेक्टर

विप्रो के चीफ ह्यूमन रिसोर्सेज ऑफिसर सौरभ गोविल ने कहा कि हाल के दिनों में कंपनी के कांट्रैक्ट्स में कमी देखने को मिली है। उन्होंने कहा कि किसी भी कंपनी का कामकाज बाजार से निकलने वाली मांग से प्रभावित होता है। उन्होंने कहा कि अगले दिनों में हम जैसे-जैसे आईपी बेस्ड प्लेटफार्म और आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस की ओर तेजी से बढ़ेगी, कर्मचारियों की संख्या में अंतर आ सकता है। इस समय आईटी सेवा क्षेत्र व्यापक वैश्विक अनिश्चितताओं और भू-राजनीतिक उतार-चढ़ाव की वजह से अन्य कंपनियों की भांति भारी दबाव महसूस कर रही है। आईटी सेवा क्षेत्र में मांग में कमी के दबाव का सामना टेक महिंद्रा को भी करना पड़ा है। टेक महिंद्रा ने 25 अप्रैल को अपनी आय रिपोर्ट पेश करते हुए कहा था कि वित्त वर्ष 2024 के दौरान उसके कर्मचारियों की संख्या में 6945 की गिरावट देखी गई है। वहीं मार्च 2024 तिमाही में टेक महिंद्रा के कर्मचारियों की संख्या में 795 की गिरावट देखी गई।

एचसीएल टेक में देखने को मिली 1,537 कर्मियों की वृद्धि

एचसीएल टेक ने कहा वह वित्त वर्ष 2025 में 6000 फ्रेशर्स को हायर करने वाली है। एक ओर देश का आईटी सेवा क्षेत्र विभिन्न वजहों से वैश्विक स्तर पर मांग की कमी का सामना कर रहा है, ऐसे में देख की एक ही कंपनी है, जिसके कर्मचारियों की संख्या में बढ़ोतरी देखने को मिली है। हालांकि उपरोक्त दबावों का असर उसके ऊपर भी किसी न किसी रूप में देखने को मिल रहा है। लेकिन वह किसी न किसी उपाय से अपने को इस दबाव से बचाए रखने में सफल रही है। एच,सीएल टेक ने वित्त वर्ष 2024 में कर्मचारियों की संख्या में लगभग 1,537 कर्मचारियों की शुद्ध वृद्धि देखने को मिली है। वहीं 12,141 फ्रेशर्स को जोड़ा। एचसीएल टेक ने मार्च 2024 तिमाही के दौरान 2,725 कर्मचारियों को जोड़ा। तिमाही के दौरान कंपनी ने 3,096 फ्रेशर्स को हायर किया। मार्च 2024 तिमाही में कंपनी में 227,481 कर्मचारी थे। एचसीएल टेक की योजना वित्त वर्ष 2025 में 10,000 से अधिक फ्रेशर्स को अपने साथ जोड़ने की है।

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