46th GST Council Meeting : यदि आपको भी नए जूते-चप्पल खरीदने और पहनने का शौक है तो ये खबर आपको निराश कर सकती है। क्योंकि अगले साल यानि अब से आपको जूते खरीदना महंगा पड़ पड़ेगा। क्योंकि, GST बैठक के दौरान कपड़े और जूते उद्योग के इनवर्टेड शुल्क ढांचे में बदलाव करने की शर्त मान ली गई थी, लेकिन अब कपड़ों पर GST दर में वृद्धि टल गई है, लेकिन फुटवेयर पर यह दर बढ़ा दी गई है।
नए साल से फुटवेयर होंगे महंगे :
दरअसल, आज शुक्रवार को GST काउंसिल की 46वीं बैठक का आयोजन किया गया। इस बैठक में कई मुद्दों पर चर्चा की गई थी। बैठक में मुख्य भूमिका वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की होती है और वो ही बैठक की अध्यक्षता करती है। इस बैठक के दौरान कई मामलों पर चर्चा की गई और कई बड़े फैसले भी लिए गए थे। जिसके तहत नए साल से फुटवेयर पर GST की दर बढ़ा दी गई। इसके बाद 1 जनवरी से फुटवेयर पर 12% GST लगेगा। भारत सरकार ने फुटवेयर पर 7% GST बढ़ाने का फैसला किया है। ऐसे में नए साल से फुटवेयर खरीदने के लिए ग्राहकों को ज्यादा पैसे देने पड़ेंगे।
टेक्सटाइल पर GST बढ़ाने का फैसला लिया गया वापस :
बताते चलें, GST काउंसिल इमरजेंसी बैठक के दौरान वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण में टेक्सटाइल पर टैक्स बढ़ाने का फैसला वापस लेते हुए कहा कि, 'आज की मीटिंग में तय किया गया कि, टेक्सटाइल के GST रेट को रिव्यू के लिए रेशनलाइजेशन कमेटी के पास भेजा जाएगा। फरवरी में कमेटी अपनी रिपोर्ट देगी। इसके बाद फरवरी के आखिर में या मार्च की शुरुआत में कमेटी की रिपोर्ट पर मीटिंग में चर्चा होगी।' बता दें, GST काउंसिल की इससे पहले हुई बैठक में सरकार ने टेक्सटाइल पर टैक्स बढ़ाने का फैसला लिया था। जो 1 जनवरी 2022 से लागू होने वाला था।
क्यों लिया फैसला वापस :
बताते चलें, कई राज्यों और इंडस्ट्री द्वारा केंद्र सरकार से टेक्सटाइल में प्रस्तावित बढ़ोतरी को वापस लेने का आग्रह किया था। जिसके बाद सरकार को यह फैसला वापस लेना पड़ा। जानकारी के लिए बता दें, GST बढ़ने से कुछ नुकसान भी होते हैं।
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