देश में रिकार्ड ऊंचाई पर पहुंचा पाम ऑयल और सूर्यमुखी तेल का आयात, इनमें 24% व 54% वृद्धि
हाईलाइट्स
आयात कर में 5.5% की कटौती के कदम से विदेश से खरीद को बढ़ावा मिला है।
साल में कुल खाद्य तेल आयात बढ़कर रिकॉर्ड 16.47 मिलियन टन हो गया है
खाद्य तेलों का आयात इस साल एक साल पहले की तुलना में 17.4% अधिक है।
राज एक्सप्रेस। भारत के पाम आयल और सूरजमुखी के तेल के आयात में इस साल क्रमशः 24% और 54% की बढ़ोतरी देखने में आई है। इन दोनों तेलों पर सोयाबीन तेल की तुलना में रिकॉर्ड खपत दर्ज की गई है। एक प्रमुख ट्रेड बॉडी ने सोमवार को यह जानकारी दी है। दुनिया के सबसे बड़े वनस्पति तेल आयातक द्वारा अधिक खरीद से इंडोनेशिया और मलेशिया में पाम तेल के स्टॉक को कम करने और बेंचमार्क वायदा को समर्थन देने में मदद मिल सकती है। मुंबई स्थित सॉल्वेंट एक्सट्रैक्टर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (एसईए) ने एक बयान में बताया कि इस भारी-भरकम खरीदारी की वजह से सूरजमुखी तेल उत्पादक काला सागर देशों का भंडार कम हो सकता है।
31 अक्टूबर को समाप्त विपणन वर्ष 2022/23 में पाम तेल का आयात 9.79 मिलियन मीट्रिक टन था, जबकि सूरजमुखी तेल का आयात बढ़कर 3 मिलियन टन हो गया। साल में सोयाबीन तेल का आयात 12 फीसदी गिरकर 3.68 मिलियन टन रहा है, क्योंकि अधिकांश महीनों में यह पाम तेल और सूरजमुखी तेल से अधिक प्रीमियम पर कारोबार कर रहा था। एसईए ने बताया कि साल में कुल खाद्य तेल आयात बढ़कर रिकॉर्ड 16.47 मिलियन टन हो गया है, जो एक साल पहले की तुलना में 17.4% अधिक है, क्योंकि खाद्य तेलों पर आयात कर में 5.5% की कटौती करने के सरकार के कदम से विदेशी खरीद को बढ़ावा मिला है।
एक वैश्विक कारोबारी घराने के नई दिल्ली स्थित एक डीलर ने कहा कि सरकार ने पिछले साल जब विश्व बाजार में खाद्य तेलों की कीमतें बढ़ रही थीं, तब आयात कर कम कर दिया था। एक सीमा तक कीमतें गिरने के बाद भी सरकार ने इसमें बढ़ोतरी नहीं की। डीलर ने कहा विश्व बाजार में कीमतों में सुधार के साथ-साथ कम शुल्क के कारण खाद्य तेल सस्ता हो गया है और खपत बढ़ गई। एसईए ने बताया कि अधिक आयात की वजह से वनस्पति तेल का स्टॉक एक नवंबर को 3.3 मिलियन टन तक बढ़ गया, जो एक साल पहले 2.46 मिलियन टन था।
भारत मुख्य रूप से इंडोनेशिया, मलेशिया और थाईलैंड से पाम आयल खरीदता है, जबकि अर्जेंटीना, ब्राजील, रूस और यूक्रेन से सोयाबीन तेल और सूरजमुखी तेल का आयात करता है। खाद्य तेल व्यापारी और ब्रोकर जीजीएन रिसर्च के मैनेजिंग पार्टनर राजेश पटेल ने कहा भारतीय रिफाइनर नवंबर से जनवरी और जुलाई से सितंबर के दौरान आक्रामक तरीके से खरीदारी कर रहे थे, क्योंकि विश्व बाजार में कीमतें आकर्षक थीं।
अधिक स्टॉक के कारण उन्होंने अक्टूबर में आयात कम कर दिया। एसईए ने कहा अक्टूबर में देश का पाम तेल आयात एक महीने पहले से 15% गिरकर 708,706 टन हो गया, जो 4 माह में सबसे कम है। अक्टूबर में सोयाबीन तेल का आयात सितंबर से 62% घटकर 135,325 टन रह गया, जो 34 माह के दौरान सबसे कम है। जबकि, सूरजमुखी तेल 49% गिरकर 153,780 टन के स्तर पर आ गया, जो 7 महीनों में सबसे कम है।
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