भारत, दक्षिण कोरिया पारस्परिक व्यापार समझौते में सुधार की बातचीत तेज करने पर हुए सहमत
नई दिल्ली। भारत और दक्षिण कोरिया ने पारस्परिक व्यापार को उचित और संतुलित तरीके से बढ़ाने पर सहमति जताई है ताकि इससे दोनों देशों को लाभ मिले। दोनों देशों ने आपसी व्यापार को 2030 से पहले 50 अरब डालर तक पहुंचाने के लक्ष्य को दोहराया है।
वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल और कोरिया के वाणिज्य मंत्री हान- कू येव के बीच नयी दिल्ली में मंगलवार को हुई बैठक के बाद जारी संयुक्त बयान में कहा गया है कि भारत और कोरिया 'व्यापक आर्थिक भागीदारी समझौते' (सीपीए) पर बातचीत पर बातचीत को नयी गति देने पर सहमत हुए हैं। कोरियाई वाणिज्य मंत्री श्री येव श्री गोयल के निमंत्रण पर बातचीत के लिए भारत आए थे।
एक सरकारी विज्ञप्ति में कहा गया है कि दोनों मंत्रियों के बीच व्यापक बातचीत हुई। इसमें व्यापार और निवेश से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर चर्चा हुई। दोनों मंत्री सीईपीए पर चर्चा को नमी नई गति देने पर सहमत हुए। दोनों मंत्रियों ने भारत और कोरिया के व्यापार जगत के लोगों के निवेश पर संवाद को प्रोत्साहित करने पर भी सहमति जताई है।
सीईपीए को लेकर दोनों देशों के उद्योग जगत द्वारा कुछ कठिनाइयां व्यक्ति की गई हैं। इस मुद्दे पर दोनों मंत्रियों ने उसका समाधान खुले मन से चर्चा के जरिए करने पर सहमति जताई है। दोनों मंत्रियों ने व्यापार वार्ता टीमों के अपने अधिकारियों को सीईपीए को अद्यतन करने की वार्ता को समयबद्ध तरीके से पूरा करने और इसमें सभी हितधारियों का साथ लेने का निर्देश दिया ताकि 2030 से पहले द्विपक्षीय व्यापार को 50 अरब डालर तक पहुंचाया जा सके। दोनों देश के बीच यह लक्ष्य 2018 में तय किया गया था।
बयान के मुताबिक दोनों पक्षों में इस बात पर सहमति बनी है कि नियमित द्विपक्षीय व्यापार वार्ताओं में दोनों देशों के व्यवसायिक समुदाय द्वारा उठाई जाने वाली समस्याओं तथा नए उभरते व्यापारिक मुद्दों के, जिसमें आपूर्ति श्रृंखला की मजबूती का मुद्दा भी है, समाधान का मंच बनाया जाए। बयान के मुताबिक दोनों मंत्री भारत और दक्षिण कोरिया के बीच व्यापार को पारस्परिक हित में उचित और संतुलित तरीके से बढ़ाने की आवश्यकता पर सहमत हुए हैं ।
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