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इस साल में 6.3 प्रतिशत की दर से विकास करेगी भारतीय अर्थव्यवस्था, महंगाई में आएगी गिरावट

विश्व बैंक की एक ताजा रिपोर्ट में अनुमान जताया गया है कि भारतीय अर्थव्यवस्था चालू साल में 6.3 प्रतिशत की दर से विकास करेगी।

हाईलाइट्स

  • विश्व बैंक ने जीडीपी वृद्धि दर अनुमान को 6.3 प्रतिशत पर बरकरार रखा

  • भारत की जीडीपी से आएगा द. एशिया के विकास का एक बड़ा हिस्सा

  • आरबीआई एमपीसी की द्विमासिक बैठक कल यानी 4 से 6 अक्टूबर के बीच होगी

राज एक्सप्रेस । विश्व बैंक की एक ताजा रिपोर्ट में अनुमान जताया गया है कि भारतीय अर्थव्यवस्था चालू साल में 6.3 प्रतिशत की दर से विकास करेगी। विकास की वजह देश में लगातार बढ़ रहा निवेश और घरेलू मांग का बढ़ना बताया गया है। वर्ल्ड बैंक की इंडिया डेपलपमेंट अपडेट (आईडीयू) रिपोर्ट में कहा गया है कि वैश्विक अर्थव्यवस्था के मुकाबले भारतीय अर्थव्यवस्था में लचीलापन कायम है। इस कारण भारतीय अर्थव्यवस्था में रफ्तार बनी रहेगी।

विश्व बैंक ने कहा है कि दक्षिण एशिया क्षेत्र के विकास में भारत का हिस्सा सबसे बड़ा रहेगा। रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत 2023-24 में 6.3 प्रतिशत की दर से विकास कर सकता है। महंगाई के मोर्चे पर रिपोर्ट में बताया गया कि खाद्य वस्तुओं की कीमतों में गिरावट आ सकती है। रिपोर्ट में कहा गया है कि सरकार की ओर से उचित कदम उठाए जाने के कारण और आपूर्ति बढ़ने के कारण कीमतों में कमी आएगी।

ब्याज दरों की समीक्षा के लिए होने वाली आरबीआई एमपीसी की द्विमासिक बैठक इसी हफ्ते कल यानी 4 अक्टूबर से 6 अक्टूबर के बीच होने वाली है। आरबीआई एमपीसी के फैसलों का ऐलान 6 अक्टूबर को आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास द्वारा किया जाएगा। इस बार भी माना जा रहा है। आरबीआई की ओर से रेपो रेट को 6.5 प्रतिशत पर बरकरार रखा जाएगा। महंगाई को कम करने के लिए आरबीआई द्वारा मई 2022 से लेकर फरवरी 2023 तक रेपो रेट में 2.5 प्रतिशत का इजाफा किया गया है। इस कारण रेपो रेट 4.00 प्रतिशत से बढ़कर 6.50 प्रतिशत हो गया है।

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