यह अहम नहीं पैसा किसने लगाया, पर पसीना हमारे लोगों का ही होना चाहिए : मोदी

पीएम मोदी ने एक साक्षात्कार में टेस्ला जैसी वैश्विक कंपनियों का स्वागत करते हुए निवेश में 'मेक इन इंडिया' पहल के अनुरूप स्थानीय स्तर पर विनिर्माण के महत्व पर जोर दिया।
हमारे लिए यह अहम नहीं पैसा किसने लगाया, पसीना हमारे लोगों का होना चाहिए : पीएम मोदी
हमारे लिए यह अहम नहीं पैसा किसने लगाया, पसीना हमारे लोगों का होना चाहिए : पीएम मोदीRaj Express

हाईलाइट्स

  • पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा हम चाहते हैं अधिककाधिक वैश्विक निवेश भारत आए

  • देश में उद्योग लगें ताकि देश के अधिक से अधिक युवाओं को रोजगार मिल सकें

  • हम उनमें नहीं जो पूरा गेंहूं निर्यात करके विदेश से ब्रेड का आयात करने के आदी

राज एक्सप्रेस । पीएम नरेंद्र मोदी का मानना है कि वैश्विक निवेश भारत आना चाहिए, लेकिन यहां बनने वाले उत्पादों में देश की मिट्टी का स्वाद होना चाहिए। साथ ही उनका उत्पादन भारतीयों द्वारा किया जाना चाहिए, ताकि उन्हें रोजगार मिल सकें। PM Narendra Modi ने कहा केवल इसी स्थिति में भारत वैश्विक निवेश का स्वागत करेगा। उन्होंने कहा कि हम उन लोगों में से नहीं हैं, जो देश का पूरा गेंहूं निर्यात करने के बाद विदेश से ब्रेड का आयात करना चाहते हैं। PM Narendra Modi ने कहा कि संसाधनों पर सबसे पहले हमारे देश के लोगों का अधिकार है। लोकसभा चुनाव के पहले दिए अपने एक साक्षात्कार में पीएम मोदी ने कहा कि वैश्विक निवेश का भारत में स्वागत है। परंतु विदेशी इकाइयों में बनने वाले उत्पादों को भारतीयों द्वारा उत्पादित किया जाना चाहिए।

चाहता हूं कि भारत में अधिकाधिक निवेश आए

एलन मस्क की टेस्ला और स्टारलिंक के भारत में संभावित प्रवेश के सवाल के जवाब में पीएम मोदी ने कहा कि मैं चाहता हूं कि भारत में अधिकाधिक निवेश आए । भारत के लिए यह मायने नहीं रखता कि किसने पैसा लगाया है, हम चाहते हैं कि काम में बहाया गया पसीना हमारे अपने लोगों का ही होना चाहिए। उत्पाद से हमारी मिट्टी की सुगंध आनी चाहिए, ताकि देश में हमारे युवाओं को रोजगार के अवसर मिलें और वे समकालीन तकनीकी ज्ञान से भी रूबरू हों। साक्षात्कार के दौरान, जब पीएम मोदी से कहा गया कि एलोन मस्क के बारे में कहा जाता है कि वह आपके समर्थक हैं। इस पर पीएम मोदी ने कहा मस्क वास्तव में भारत के समर्थक हैं। उन्होंने कहा एलन मस्क मोदी के समर्थक हैं, यह एक बात है। मूलतः वह भारत के समर्थक हैं।

इसी माह भारत आने वाले हैं एलन मस्क

इस बातचीत के दौरान पीएम मोदी ने 2015 में एलन मस्क की फैक्ट्री की अपनी यात्रा को भी याद किया। पीएम मोदी ने कहा मस्क ने अपनी पूर्व निर्धारित प्रतिबद्धता रद्द कर दी और उनसे मुलाकात की। पीएम मोदी ने कहा, उन्होंने मुझे अपनी फैक्ट्री में सब कुछ दिखाया। और मैंने उनसे उनका दृष्टिकोण समझा। मैं 2023 में अमेरिका गया था और उनसे दोबारा मिला। और अब वह भारत आने वाले हैं। बता दें कि टेस्ला प्रमुख की एक्स पर पिछले दिनों की एक पोस्ट के अनुसार, एलोन मस्क इसी माह के अंत में भारतीय प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने वाले हैं। माना जा रहा है कि एलन मस्क इस दौरान भारत में निवेश की घोषणा कर सकते हैं। इस महीने की शुरुआत में मस्क ने कहा था कि हर दूसरे देश की तरह भारत में भी टेस्ला की इलेक्ट्रिक कार होनी चाहिए।

देश में तेजी से बढ़ रही है ईवी की बिक्री

एलन मस्क ने कहा था कि भारत में टेस्ला इलेक्ट्रिक वाहन उपलब्ध कराना उनकी कंपनी के लिए स्वाभाविक प्रगति होगी। जनसंख्या के आधार पर भारत अब दुनिया का सबसे अधिक आबादी वाला देश है। इसके साथ ही वह दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा वाहन बाजार है। पीएम मोदी ने कहा कि भारत इसके लिए प्रतिबद्ध है। दुनिया का कहना है कि देश इलेक्ट्रिक वाहन के क्षेत्र में बहुत तेजी से आगे बढ़ रहा है और कंपनियों को यहां आकर निवेश करना चाहिए। भारत के ईवी क्षेत्र में विकास को रेखांकित करते हुए, पीएम मोदी ने बताया कि कैसे इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री 2014-15 में सिर्फ 2,000 से बढ़कर 2023-24 में 12 लाख हो गई। 2023-24 में 2,000 नहीं, बल्कि 12 लाख यूनिट्स बिकीं। यानी इतने बड़े चार्जिंग स्टेशन का नेटवर्क तैयार हो गया है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा इससे ​​पर्यावरण को मदद मिली है और हमने इस संबंध में नीतियां बनाई हैं।

ईवी उत्पादों के लिहाज से भारत बेहतरीन जगह

पीएम मोदी ने कहा हमने दुनिया को बताया है कि भारत ईवी पर बहुत तेजी से आगे बढ़ रहा है। अगर आप विनिर्माण करना चाहते हैं, तो आपको यहां जरूर आना चाहिए। ईवी बिक्री में उछाल के लिए पीएलआई जैसी सरकारी प्रोत्साहन योजनाओं, ईवी चार्जिंग पॉइंट सहित बुनियादी ढांचे के विकास, उपभोक्ता रुचि में वृद्धि और हरित लक्ष्य को पूरा करने के लिए सरकार के दबाव जैसी वजहों को जिम्मेदार ठहराया जा सकता है। इस दौरान सिर्फ ईवी ही नहीं, पीएम मोदी ने इस बात पर भी चर्चा की कि कैसे गूगल, एप्पल और सैमसंग जैसी गिग्गज वैश्विक कंपनियां भी भारत में निवेश बढ़ा रही हैं। पीएम मोदी ने कहा कि भारत की अब वस्तुतः हर क्षेत्र में मौजूदी है।

प्रोद्योगिकी हस्तांतरण पर है भारत का जोर

भारत चाहता है कि लोग उसके साथ प्रौद्योगिकी हस्तांतरण करें। उन्होंने कहा, हम चाहते हैं कि लोग प्रौद्योगिकी का हस्तांतरण करें। अपनी की प्रमुख 'मेक इन इंडिया' पहल के संबंध में एक मजबूत मामला बनाते हुए उन्होंने कहा कि मैं इस बात से सहमत नहीं हूं कि हम गेहूं का निर्यात करें और फिर ब्रेड विदेशों से आयात करें। हम आर्थिक विकास की अलग राह पर चलने की कोशिश कर रहे हैं। हम चाहते हैं कि लोग भारत में अधिकाधिक पूंजी का निवेश करें। हम चाहते हैं कि बड़ी संख्या में हमारे देश के युवाओं को रोजगार मिले। देश का गेहूं निर्यात करके ब्रेड आयात करने की राह पर चलकर देश का भला नहीं होने वाला। मैं हर वह काम करना चाहूंगा, जिसमें देश का भला होता हो। मैं इसी लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए ही नीतियां बनाता हूं। मैं यह काम साहस के साथ करने की कोशिश करता हूं और इस बीच मैं देख रहा हूं कि लोगों का भरोसा मुझ पर बढ़ रहा है।

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