कौन है कुमार मंगलम बिड़ला ? अब तक बिड़ला ग्रुप में क्या रहा उनका योगदान

आज कुमार मंगलम बिड़ला को कौन नहीं जनता। भारत के बड़े-बड़े उधोगपतियों के नामो में एक नाम कुमार मंगलम बिड़ला (Kumar Mangalam Birla) का भी है। इन्हे आदित्य बिड़ला ग्रुप के अध्यक्ष के रूप में जाना जाता है।
कौन है कुमार मंगलम बिड़ला ?
कौन है कुमार मंगलम बिड़ला ?Social Media

राज एक्सप्रेस। आज कुमार मंगलम बिड़ला को कौन नहीं जानता। भारत के बड़े-बड़े उधोगपतियों के नामो में एक नाम कुमार मंगलम बिड़ला (Kumar Mangalam Birla) का भी है। इन्हे आदित्य बिड़ला ग्रुप के अध्यक्ष के रूप में जाना जाता है। भारत में आदित्य बिड़ला ग्रुप के हिस्सों में ग्रासिम, हिंडाल्को, अल्ट्राटेक सीमेंट, आदित्य बिरला नुवो, आइडिया सेल्युलर, आदित्य बिरला रिटेल और कनाडा में आदित्य बिरला मिनिक्स और बिरला इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड साइंस (बिट्स पिलानी) शामिल है। कुमार मंगलम बिड़ला इन सभी के सचिव हैं। भारत में कुमार मंगलम बिरला का स्थान नियामक और व्यावसायिक बोर्डों पर कई महत्वपूर्ण और जिम्मेदार पदों में से एक हैं। इनका नाम फोब्स की लिस्ट में कई बार शुमार हो चुका है।

कौन है कुमार मंगलम बिड़ला ?

आज कुमार मंगलम बिड़ला को आदित्य बिड़ला समूह (Aditya Birla Group) के अध्यक्ष के तौर पर जाना जाता है। उनका जन्म 14 जून 1967 (54 साल) को राजस्थान में एक मारवाड़ी (बिड़ला) परिवार में हुआ था। यह जन्म से ही व्यवसायी बिड़ला परिवार में बड़े हुए। वे बिड़ला परिवार के चौथी पीढ़ी के सदस्य हैं। यह बचपन में कोलकाता और मुंबई में ही रहे इनकी पढ़ाई भी मुंबई विश्वविद्यालय से हुई। उन्हें लंदन बिजनेस स्कूल मे एक मानद सदस्य के रूप में जाना गया। हालांकि, इन दिनों वह मुंबई में रहते है। उन्होंने मुंबई विश्वविद्यालय, इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड एकाउंट ऑफ इंडिया से चार्टर्ड एकाउंटेंसी की परीक्षा पास कर लंदन बिजनेस स्कूल से एमबीए (MBA) की डिग्री हासिल की थी। उनके परिवार में उनकी पत्नी श्रीमती नीरजा कस्लीवाल और 3 बच्चें अनन्याश्री, आर्यमन विक्रम और अद्वैतेषा है। उन्हें अब तक कई सम्मान प्राप्त हो चुके है।

कुमार मंगलम बिड़ला को प्राप्त सम्मान :

  • 1998 में कुमार मंगलम को बिड़ला वित्त मंत्रालय द्वारा भारत के प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड के शासी बोर्ड (सेबी) पर एक सार्वजनिक पद के उम्मीदवार के रूप में नियुक्त किया गया था।

  • 1999 में कुमार मंगलम बिड़ला को लायंस क्लब इंटरनेशनल के "द अचिवर ऑफ द मिलेनियम" और अहमदाबाद के रोटरी क्लब द्वारा "द लेजेंड ऑफ़ द कॉर्पोरेट वर्ल्ड" प्राप्त हुए थे।

  • 2000 में कुमार मंगलम बिड़ला को बॉम्बे मैनेजमेंट एसोसिएशन द्वारा "द मैनेजमेंट मैन ऑफ द इयर 1999-2000" के रूप में सम्मानित किया गया था।

  • 2001 में कुमार मंगलम बिड़ला को राजीव गांधी पुरस्कार, द आउटस्टैंडिंग बिजनेस मैन ऑफ द इयर", द जायंट्स इंटरनेशनल पुरस्कार, "बिजनेस लीडरशीप के लिए गोल्डेन पिकोक नेशनल पुरस्कार, अवार्ड फॉर वोकेशनल एक्सीलेंस से सम्मानित किया गया था।

  • 2002 में कुमार मंगलम बिड़ला को क्विमप्रो प्लेटिनम स्टैंडर्ड पुरस्कार मिला और एशियाई बिजनेस लीडर पुरस्कार 2002 के लिए पहले पांच एशियाई व्यापार लीडर में स्थान दिया गया।

  • 2003 में कुमार मंगलम बिड़ला को इकोनॉमिक टाइम्स अवार्ड्स द्वारा द बिजनेस लीडर ऑफ द इयर, द बिज़नेस लीडर ऑफ़ द इअर और बिज़नेस मैन ऑफ़ द इअर - 2003, से सम्मानित किया गया था। इसके अलावा इन्हे 2003 में ही द लक्ष्य - बिजनेस विज़नरी पुरस्कार, यंग अचिवर पुरस्कार और उत्कृष्टता के लिए 2003 विपणन और प्रबंधन संस्थान पुरस्कार भी प्राप्त हुआ।

  • 2004 में उन्हें यंग ग्लोबल लीडर्स के रूप में चुना गया। साथ ही बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय ने बिड़ला को डी. लिट (होनोरिस कौजा) डिग्री से सम्मानित किया।

  • 2005 में उन्हें वर्ष के अर्न्स्ट एण्ड यंग उद्यमी के पुरस्कार से सम्मानित किया गया। साथ ही उन्हें सीईओ श्रेणी में सर्वश्रेष्ठ युवा प्रदर्शन के लिए नामित किया गया था। इन्हे 2005 में उद्योग रत्न से भी सम्मानित किया गया।

  • जून 2006 में, इन्हे मोंटे कार्लो मोनाको के अर्न्स्ट एण्ड यंग उद्यमी पुरस्कार से सम्मान प्राप्त हुआ। साथ ही उन्हें अर्न्स्ट एण्ड यंग वर्ष के विश्व उद्यमी अकादमी के एक सदस्य के रूप में शामिल किया गया था।

करियर की शुरुआत :

कुमार मंगलम बिड़ला ने मात्र 28 साल की उम्र में अपने पिता आदित्य बिड़ला की मृत्यु के बाद 1995 में उनके बिजनेस को संभाला। यह बिड़ला समूह के अध्यक्ष बने। जब यह अध्यक्ष पद पर आए तब काफी लोगो ने उनकी काबिलियत पर सवाल भी उठाए थे, लेकिन उन्होंने अपनी कड़ी मेहनत और काबिलियत के दम पर सबके सवालों के उत्तर दे दिए है। उन्होंने अपने समूह को कई क्षेत्रों में आगे बढ़ाया है। कुमार मंगलम बिड़ला ने अपने समूह को दूरसंचार, सॉफ्टवेयर और बी.पी.ओ. जैसे क्षेत्रों में आगे बढ़ाया और पहले से मौजूद बिजनेस टेक्सटाइल, सीमेंट, एल्युमीनियम, उर्वरक आदि को मजबूती प्रदान की। इतना ही नहीं कुमार मंगलम बिड़ला ने अपने व्यापार को भारत के अलावा 40 देशों तक बढ़ाया है। इस प्रकार कुमार मंगलम बिड़ला को न केवल भारत में लोग जानते है, बल्कि पूरी दुनिया में उनका नाम जाना जाता है।

कंपनी की शुरुआत से अब तक कुमार मंगलम बिड़ला का योगदान :

  • बताते चलें, साल 1995 में, कुमार मंगलम बिड़ला ने पारिवारिक व्यवसाय को संभाला और आदित्य बिड़ला समूह (ABG) ब्रांड के तहत समूह की सभी कंपनियों को समेकित (Consolidated) किया।

  • साल 2003 में बिड़ला की ABG की सहायक कंपनी हिंडाल्को ने ऑस्ट्रेलिया में निफ्टी कॉपर माइन्स का अधिग्रहण किया, जबकि आदित्य बिड़ला समूह ने ऑस्ट्रेलिया में माउंट गॉर्डन कॉपर खानों का अधिग्रहण किया।

  • 2004 में, बिड़ला ने एलएंडटी सीमेंट में बहुमत हासिल कर लिया, जिसे बाद में अल्ट्राटेक सीमेंट का नाम दिया गया। इसी साल के दौरान बिड़ला के नेतृत्व वाले समूह के प्रमुख हिंडाल्को इंडस्ट्रीज ने भारतीय एल्युमीनियम कंपनी (Indal) के सभी व्यवसायों के साथ विलय की घोषणा की।

  • साल 2007 में, बिड़ला ने अटलांटा स्थित नोवेलिस इंक, जो आदित्य बिड़ला समूह के प्रमुख हिंडाल्को द्वारा एल्यूमीनियम रोल्ड उत्पादों का दुनिया का प्रमुख उत्पादक था, को खरीद लिया।

  • साल 2012 में बिड़ला के आदित्य बिड़ला नुवो लिमिटेड ने भारत में फ्यूचर ग्रुप की पैंटालून रिटेल लिमिटेड का अधिग्रहण किया।

  • साल 2013 में, बिड़ला के नेतृत्व में आदित्य बिड़ला केमिकल्स ने भारत में सोलारिस केमटेक इंडस्ट्रीज के क्लोर-क्षार और फॉस्फोरिक एसिड डिवीजनों का अधिग्रहण किया।

  • 2014 में, CBI ने बिड़ला के खिलाफ क्लोजर रिपोर्ट दाखिल की थी। जिसका उन्होंने सामना किया।

  • 2015 में, आदित्य बिड़ला समूह ने अपनी लाइफस्टाइल रिटेल फर्म पैंटालून्स फैशन एंड रिटेल इंडिया लिमिटेड के तहत अपने ब्रांडेड परिधान व्यवसाय को समेकित किया और इसका नाम बदलकर आदित्य बिड़ला फैशन एंड रिटेल रख दिया था।

  • साल 2016 में कुमार बिड़ला ने आदित्य बिड़ला समूह के लिए एक नया लोगो लॉन्च किया था।

  • जून 2017 में, बिड़ला की अध्यक्षता में अल्ट्राटेक सीमेंट ने जयप्रकाश एसोसिएट्स के छह सीमेंट संयंत्रों के साथ-साथ पांच पीस इकाइयों का अधिग्रहण पूरा किया। इसी साल के दौरान उन्होंने प्रीमियम डिजिटल ड्रामा सीरीज़ बनाने पर ध्यान देने के साथ, एक मीडिया, सामग्री और आईपी निर्माण स्टूडियो, अप्लॉज़ एंटरटेनमेंट को पुनर्जीवित किया।

  • 2018 में, आदित्य बिड़ला समूह के स्वामित्व वाले आइडिया सेल्युलर को भारत के सबसे बड़े दूरसंचार सेवा प्रदाता - वोडाफोन आइडिया लिमिटेड बनाने के लिए वोडाफोन इंडिया के साथ विलय कर दिया गया था। इसके अलावा 2018 में ही अल्ट्राटेक सीमेंट ने सेंचुरी टेक्सटाइल्स के सीमेंट व्यवसाय का अधिग्रहण किया।

  • आदित्य बिड़ला फैशन एंड रिटेल (ABFRL) ने जयपोर ब्रांड का अधिग्रहण किया और 2019 में डिज़ाइनर वियर लेबल शांतनु और निखिल को चलाने वाली फाइनेस इंटरनेशनल डिज़ाइन में 51% हिस्सेदारी खरीदी।

  • 2020 में, वॉलमार्ट के स्वामित्व वाले फ्लिपकार्ट ने कंपनी में INR 1,500 करोड़ का निवेश करके आदित्य बिड़ला फैशन एंड रिटेल में 7.8% हिस्सेदारी हासिल कर ली।

  • 2021 में, वैश्विक समूह आदित्य बिड़ला समूह की एक प्रमुख कंपनी, ग्रासिम इंडस्ट्रीज ने तीन वर्षों में INR 5,000 करोड़ के निवेश के साथ पेंट व्यवसाय में प्रवेश किया। आदित्य बिड़ला फैशन एंड रिटेल लिमिटेड (ABFRL) ने डिजाइनर ब्रांड सब्यसाची में 51% हिस्सेदारी खरीदने के लिए एक समझौता किया।

  • साल 2021 के अगस्त में बिड़ला ने टेलीकॉम फर्म वोडाफोन आइडिया के गैर-कार्यकारी अध्यक्ष के रूप में पद छोड़ दिया था, जिसका गठन उनके आइडिया सेल्युलर और वोडाफोन इंडिया के बीच 2018 विलय से किया था।

  • इस साल 2022 के जनवरी 2022 में, ABFRL ने हाउस ऑफ मसाबा लाइफस्टाइल में 51% हिस्सेदारी का अधिग्रहण किया था।

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