हाइलाइट्स :
मार्केट में एक बार फिर दिखाई देंगे 1 रूपये के नोट
नोटों में होगा कई जगह पर वाटरमार्क साइन
नए नोट सुरक्षा फीचर के साथ वापस आएँगे
7 फरवरी को जारी हुई अधिसूचना
नोटों की छपाई का कार्य जल्द ही होगा शुरू
राज एक्सप्रेस। आपने आज से बहुत साल पहले मार्केट में 1 रूपये के नोट देखे होंगे, लेकिन धीरे-धीरे इन 1 के नोटों का नामों निशान तक मिट गया आजकल यह नोट कुछ ही लोगों के पास शौकिया तौर पर (पुराने नोटों के कलेक्शन का शौक रखने वाले) दिखाई देते हैं। हालांकि, सिक्कों का चलन जारी है, लेकिन अब जल्द ही यह नोट आपको मार्केट में भी दिखाई देंगे क्योंकि, सरकार एक बार फिर 1 रुपये के नोट मार्केट में लाने वाली है। आने वाले नए नोट सुरक्षा फीचर के साथ वापस आएँगे।
अधिसूचना के अनुसार :
7 फरवरी को जारी हुई अधिसूचना के अनुसार, वित्त मंत्रालय द्वारा इन नोटों की छपाई का कार्य जल्द ही शुरू होने वाला है। इन नोटों में कई जगह पर वाटरमार्क दिया होगा जिससे नोट के असली होने की पहचान की जा सके। इसके अलावा नोटों पर ये फीचर्स होंगे।
ऐसा होगा नया नोट :
नए नोट पर ऊपर की तरफ हिन्दीं में भारत सरकार लिखा होगा।
नए नोट पर नीचे की तरफ अंग्रेजी में गवर्मेंट ऑफ इंडिया लिखा होगा।
नोट पर वित्त सचिव अतनु चक्रवर्ती का हिन्दीं और अंग्रेजी में हस्ताक्षर किया गया है।
नोट पर एक रुपये के सिक्के वाला प्रतीक चिन्ह दिया होगा साथ ही उस पर सत्यमेव जयते लिखा होगा।
1 के नोट के राइट में नीचे की ओर काले रंग से नोट का नंबर लिखा होगा। यह नंबर बाएं से दाएं बढ़ते क्रम में होंगे।
नोट में पहले तीन नंबर और शब्द आकार में एक बराबर होगा।
नोट के ऊपर की तरफ गवर्मेंट ऑफ इंडिया के बाद वर्ष 2020 भी लिखा होगा।
नए 1 रूपये के नोट में अन्न का प्रतीक बना होगा जो कृषि प्रधान देश का संकेत है।
1 रूपये के नोट पर 15 भाषाओं में 1 रूपये लिखा होगा।
नोट पर तेल (Oil) प्लेटफॉर्म सागर रत्न का प्रतीक भी बना होगा।
नए नोट का कलर सामने से गुलाबी-हरा होगा और पीछे कई रंगों का होगा।
आने वाले नोट की लंबाई 9.7 सेंटीमीटर और चौड़ाई 6.3 सेंटीमीटर होगी।
नए नोटों में कई जगह वाटरमार्क दिए गए हैं, जिसमें सत्यमेव जयते के बिना अशोक स्तंभ लिखा होगा।
नोट के बीच में अंकों में एक लिखा होगा। इसके अलावा नोट में 1 के साथ भारत भी लिखा होगा जिससे इसकी पहचान की जा सके।
भारत सरकार करती है जारी :
आपकी जानकरी के लिए बता दें कि, भारत में सभी नोट और सिक्के भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा जारी किये जाते हैं, लेकिन इन नोटों को भारतीय रिजर्व बैंक जारी नहीं करेगा बल्कि, इन्हें भारत सरकार ही जारी करती है अर्थात इन नोटों की छपाई की जिम्मेदारी सरकार की होती है। भारत में मौजूद सभी नोटों पर रिजर्व बैंक के गवर्नर के हस्ताक्षर होते हैं, लेकिन एक रुपये के इन नोटों पर वित्त सचिव के हस्ताक्षर होते हैं। इस साल छपने वाले एक रुपये के नोट पर भारत के वित्त सचिव अतनु चक्रवर्ती के हस्ताक्षर होंगे।
कीमत से ज्यादा है लागत :
शायद आपको यह बात पता न हो कि, 1 रुपये के एक नोट छपने में लगने वाली लागत 1 रुपये से ज्यादा होती है। एक नोट की लागत 1.14 रुपये पड़ती है। आपको बताते चलें कि, साल 2015 में सूचना के अधिकार (RTI) के तहत जानकारी मांगी गई थी। इस जानकारी के अनुसार, यह बात भी पता चली कि, कानून के नियमों के अनुसार एक रुपये का नोट एक मात्र वास्तविक मुद्रा अर्थात करेंसी नोट है। वही अन्य सभी नोट धारीय नोट (प्रॉमिसरी नोट) होते हैं। जिस पर होल्डर को उतनी राशि अदा करने का वचन दिया जाता है।
एक रुपये के नोट से जुड़े कुछ मुख्य बिंदु :
पहली बार प्रथम विश्वयुद्ध के दौरान एक रुपये का चांदी का सिक्का चला था।
युद्ध के कारण चांदी का सिक्का समर्थ न हो सका।
पहली बार एक रुपये का नोट 30 नवंबर 1917 में मार्केट में दिखाई दिया।
भारतीय रिजर्व बैंक के अनुसार, लागत ज्यादा होने के कारण एक रुपये के नोट की छपाई को पहली बार 1926 में बंद किया गया था। जिसे साल 1940 में फिर से शुरू किया गया और यह नोट 1994 तक जारी रहे।
साल 2015 में इन नोटों की छपाई फिर से शुरु की गई।
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