विकास के पथ पर मजबूती से आगे बढ़ रहा देश, महंगाई दर भी पूरी तरह से नियंत्रण में हैः दास
हाई लाइट्स
देश का केंद्रीय बैंक अपने आर्थिक हितों को लेकर पूरी तरह से सावधान
मौद्रिक नीति महंगाई को नियंत्रित रखने के साथ विकास को भी प्रोत्साहित कर रही
राज एक्सप्रेस। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा भारत न केवल आर्थिक विकास के मामले में मजबूती से आगे बढ़ रहा है, बल्कि मुद्रास्फीति भी पूरी तरह से नियंत्रण में बनी हुई है। केंद्रीय बैंक अपने आर्थिक हितों को लेकर पूरी तरह से सावधान है और उसकी मौद्रिक नीति महंगाई को नियंत्रित रखने के साथ-साथ विकास को भी प्रोत्साहित कर रही है। उन्होंने कहा कि देश में बडी़ संख्या में मौजूद युवा कार्यबल आर्थिक विकास की गति को तेजी से आगे बढ़ाने में सक्षम है। उन्होंने कहा कि यह एक सकारात्मक बदलाव है कि भारत हाल के दिनों में वैश्विक विकास का नया इंजन बन गया है।
केंद्र सरकार ने आरबीआई को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है कि उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) पर आधारित मुद्रास्फीति दो प्रतिशत की घट-बढ़ के साथ चार प्रतिशत के स्तर पर बनी रहे। जापान की राजधानी टोक्यो स्थिति टोक्यो चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री में इंस्टीट्यूट आफ इंडियन इकोनॉमिक स्टडीज द्वारा भारतीय अर्थव्यवस्था पर आयोजित संगोष्ठी को संबोधित करते हुए शक्तिकांत दास ने कहा कि यह संतोष की बात है कि भारतीय अर्थव्यवस्था कई तरह से झटकों से पार निकलने में कामयाब रही है।
दास ने कहा कोरोना महामारी के बाद भारतीय अर्थव्यवस्था बहुत ही संतुलित रही है। उन्होंने कहा व्यापक आर्थिक बुनियादी सिद्धांतों को मजबूत करने पर नीतिगत फोकस और निरंतर सुधारों ने भारत के आर्थिक विकास को दुनियाभर में विशिष्ट बना दिया है। शक्तिकांत दास ने कहा कि 2023-24 की पहली तिमाही में जीडीपी में 7.8 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है। और जो संकेत हैं, उसके आधार पर कहा जा सकता है कि विकास का यह पहिया इसी तरह आगे बढ़ता रहने वाला है। चालू वित्त वर्ष के लिए आरबीआई ने 6.5 प्रतिशत के विकास दर का अनुमान लगाया है।
शक्तिकांत दास ने फुटकर महंगाई मुद्रास्फीति का जिक्र करते हुए कहा कि मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) ने अक्टूबर माह में हुई बैठक में 2023-24 के लिए सीपीआई मुद्रास्फीति 5.4 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया है, जो 2022-23 में 6.7 प्रतिशत से कम है। सितंबर में खुदरा महंगाई गिरकर तीन महीने के निचले स्तर पांच प्रतिशत पर आ गई है। अक्टूबर माह के आंकड़े 13 नवंबर को जारी किए जाएंगे।
शक्तिकांत दास ने कहा कि जनवरी में खुदरा महंगाई शीर्ष पर थी। तब से लेकर अब तक खुदरा महंगाई में 170 आधार अंकों की कमी आ चुकी है। आरबीआई गवर्नर दास ने कहा यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (यूपीआई) ने देश में फिनटेक क्रांति में अहम भूमिका निभाई है। उन्होंने कहा मोबाइल एप्लिकेशन के माध्यम से बैंक खातों के बीच तुरंत धन हस्तांतरित करने की इसकी क्षमता ने लोगों के डिजिटल लेनदेन के तरीके को पूरी तरह से बदल डाला है। अब यूपीआई को अन्य देशों की भुगतान प्रणालियों के साथ जोड़ने का भी काम किया जा रहा है।
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