सुप्रसिद्ध बंगाली लेखक बुद्धदेव गुहा का निधन
कोलकाता। सुप्रसिद्ध बंगाली लेखक बुद्धदेव गुहा का रविवार रात कोलकाता के एक निजी अस्पताल में निधन हो गया। वह 85 वर्ष के थे। श्री गुहा की बांग्ला में रचित साहित्यिक कृतियों ने दशकों तक पाठकों को मोहित किया। श्री गुहा की पत्नी रवींद्र संगीत की प्रतिपादक रितु गुहा की 2011 में मृत्यु हो गयी थी और उनके परिवार में अब दो बेटियां हैं।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने श्री गुहा के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि उन्हें सुप्रसिद्ध लेखक के निधन का समाचार सुनकर गहरा दुख हुआ है। मुख्यमंत्री बनर्जी अपने शोक संदेश में कहा कि बुद्धदेव गुहा के निधन से दुनिया के साहित्य में एक बड़ा स्थान रिक्त हो गया है।
श्री गुहा ने कोयलर कच्छे, एकतु ऊचांतर जोनो, मधुकर, जंगलमहल, चराइबोटी जैसी कई उल्लेखनीय कृतियों को लेखन किया और कई अन्य कार्यों कर रहे थे। सुप्रसिद्ध लेखक कोविड के बाद की परेशानियों से पीड़ित होने के बाद एक निजी अस्पताल में भर्ती थे, जहां उन्होंने रविवार रात अंतिम सांस ली।
श्री गुहा को जन्म 29 जून 1936 को हुआ था। श्री गुहा ने की कृतियों में उपन्यासों और लघु कथाओं दोनों को आलोचकों ने सराहा था। उन्होंने कलकत्ता के सेंट जेवियर कॉलेज से अपनी पढाई की थी और अपने जीवन के कई वर्ष पूर्वी बंगाल (अब बंगलादेश) में बिताये थे। उन्होंने रंगपुर, जयपुरहाट और बरीसाल में उन दिनों को अपनी रिवु श्रृंखला में चित्रित किया था। रिवु की कुछ पुस्तकें उनकी युवावस्था के दोस्तों के प्रति समर्पित हैं। पेशे से एक चार्टर्ड एकाउंटेंट होने के बावजूद श्री गुहा बच्चों के भी एक लोकप्रिय लेखक थे।
ताज़ा समाचार और रोचक जानकारियों के लिए आप हमारे राज एक्सप्रेस वाट्सऐप चैनल को सब्स्क्राइब कर सकते हैं। वाट्सऐप पर Raj Express के नाम से सर्च कर, सब्स्क्राइब करें।