हाइलाइट्स :
सपने देखने की सीख देने वाले अब्दुल कलाम की पुण्यतिथि
कलाम को मिसाइल मैन के रूप में भी जाना जाता है
अब्दुल कलाम ने काफी कठिनाइयों का किया सामना
कलाम जी ने बड़े से बड़े सपनों को किया साकार
Abdul Kalam's Birth Anniversary: इस दुनिया में नेक कार्य, अमिट छाप व जीवन हमेशा सभी के लिए प्रेरणा देने वाली हस्तियों को आज तक याद किया जाता है और जब भी किसी नेता व हस्ती की पुण्यतिथी व जन्म जयंती हो तो उस दिन खास तौर पर पूरा देश उन्हें याद करता है। इसी तरह आज ऐसे इंसान की जन्म जयंती है, जिसे लोग उनके नाम से कम उनके काम से ज्यादा जानते हैं, जिन्होंने बचपन में अखबार बेचा और समय बदलते ही अपने कठिन परिश्रम की बदौलत अपनी मंजिल हासिल की, जिन्हें देश के राष्ट्रपति व भारत के मिसाइल मैन के रूप में भी जाना जाता है। अब आप समझ ही गए होंगे किस महानायक की बात कर रहे हैं...
सफलताओं तक पहुंचने संघर्ष का किया सामना :
माता-पिता के संस्कार व उनकेे कठिन परिश्रम की आदत से ही एपीजे अब्दुल कलाम महान बने, हालांकि, इनका पूरा नाम 'अबुल जाकिर जैनुल आब्दीन अब्दुल कलाम' है, जिन्होंने मिसाइल से लेकर सैटेलाइट तक लांन्च किए एवं भारत के राष्ट्रपति पद की जिम्मेदारी भी संभाली थी। हर किसी को सपने देखने की सीख देने वाले एपीजे अब्दुल कलाम ने काफी कठिनाइयों का सामना किया है। आज 15 अक्टूबर को एपीजे अब्दुल कलाम की जयंती है, इस खास दिन पर हम उनके जीवन से जुड़े कुछ खास पहलुओं पर एक नजर डालते है। डॉ. अब्दुल कलाम के विषय में की गई कोई चर्चा तब तक पूरी नहीं हो सकती, जब तक उनके धर्म निरपेक्ष चरित्र की बात न हो, ऐसा इसलिए क्योंकि उनका पूरा जीवन ही लोगों के लिए एक बड़ी प्रेरणा रहा है, वे डॉ. कलाम एक प्रेरक व्यक्तित्व थे।
डॉ. अब्दुल कलाम का जीवन परिचय :
जन्म : 15 अक्टूबर, 1931
निधन : 27 जुलाई 2015, शिलांग
जन्म स्थान : तमिलनाडु, रामेश्वरम
पिता का नाम : जैनुलाब्दीन
धर्म : मुस्लिम
बड़े से बड़े सपनों को किया साकार :
एपीजे अब्दुल कलाम जब छोटे थे यानी बचपन में उनका परिवार संपन्न नहीं था, इसीलिए परिवार के लिए उन्हें अखबार बेचने का काम भी करना पड़ा था, अपने परिवार की मदद के लिए ही उन्होंने अखबार बेचने का काम किया, लेकिन इस दौरान परिवार की आर्थिक तंगी के बावजूद भी कलाम के जज्बे को नहीं रोक सका। एक बेहद गरीब परिवार से होने के बावजूद अपनी मेहनत और समर्पण के बल पर बड़े से बड़े सपनों को साकार करने का एक जीता-जागता प्रमाण हैं। डॉ. अब्दुल कलाम का जीवन हमें इस बात की भी सीख देता है कि, ''जीवन में चाहे कितनी भी चुनौतियां क्यों न हों, परंतु शिक्षा द्वारा हम हर बाधाओं को पार करते हुए बड़े से बड़े लक्ष्यों को हासिल कर सकते हैं।''
यदि हम स्वतंत्र नहीं हैं तो कोई भी हमारा आदर नहीं करेगा।
महान सपने देखने वालों के महान सपने हमेशा पूरे होते हैं।
देश का सबसे अच्छा दिमाग, क्लास रूम की आखरी बेंचों पर मिल सकता है।
जब हमारे हस्ताक्षर, ऑटोग्राफ में बदल जाए तो यह सफलता की निशानी है।
शिखर तक पहुँचने के लिए ताकत चाहिए होती है, चाहे वो माउन्ट एवरेस्ट का शिखर हो या आपका पेशा।
मैं हमेशा इस बात को स्वीकार करने के लिए तैयार था कि, मैं कुछ चीजें नहीं बदल सकता।
अपने मिशन में कामयाब होने के लिए, आपको अपने लक्ष्य के प्रति एकचित्त निष्ठावान होना पड़ेगा।
सपने वो नहीँ जो हम सोते हुये देखते हैं, सपने वो है जो हमें सोने नहीं देते।
कृत्रिम सुख की बजाये ठोस उपलब्धियों के पीछे समर्पित रहिये।
भगवान ने हमारे मष्तिष्क और व्यक्तित्व में असीमित शक्तियां और क्षमताएं दी हैं। इश्वर की प्रार्थना हमें इन शक्तियों को विकसित करने में मदद करती है।
अगर किसी देश को भ्रष्टाचार–मुक्त और सुन्दर-मन वाले लोगों का देश बनाना है तो, मेरा दृढ़तापूर्वक मानना है कि समाज के तीन प्रमुख सदस्य ये कर सकते हैं: पिता, माता और गुरु।
भारत में हम बस मौत, बीमारी, आतंकवाद और अपराध के बारे में पढ़ते हैं।
आकाश की तरफ देखिये, हम अकेले नहीं हैं, सारा ब्रह्माण्ड हमारे लिए अनुकूल है और जो सपने देखते हैं और मेहनत करते हैं उन्हें प्रतिफल देने की साजिश करता है।
देश के पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम की जयंती पर तमाम नेताओं का संदेश आया है, जिन्होंने डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम जी को उनकी जयंती पर सादर नमन करते हुए अपने ट्वीट में यह कहा-
मिसाइल मैन के रूप में विख्यात देश के पूर्व राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम जी को उनकी जयंती पर सादर नमन। उन्होंने अपना जीवन भारत को सशक्त, समृद्ध और सामर्थ्यवान बनाने में समर्पित कर दिया। देशवासियों के लिए वे हमेशा प्रेरणास्रोत बने रहेंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
भारत के पूर्व राष्ट्रपति डॉ एपीजे अब्दुल कलाम की जयंती पर उन्हें नमन। आत्मनिर्भर और मजबूत राष्ट्र के निर्माण का उनका सपना था। उन्होंने अपना पूरा जीवन मातृभूमि की सेवा के लिए समर्पित कर दिया। उनके योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकेगा।।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह
भारत के पूर्व राष्ट्रपति, महान वैज्ञानिक, शुचिता, सरलता, पारदर्शिता एवं प्रतिबद्धता की प्रतिमूर्ति, 'भारत रत्न', 'मिसाइल मैन' डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम को उनकी जयंती पर श्रद्धापूर्ण नमन। भारतीयता को समग्रता में साकार करता आपका व्यक्तित्व-कृतित्व हमारे लिए पथ प्रदर्शक हैं।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ
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