नीतीश कुमार
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बिहार में 120336 शिक्षकों को मिला नियुक्ति पत्र, नीतीश ने कहा, "युवाओं के साथ अन्याय नहीं हुआ"

बीपीएससी के माध्यम से आयोजित होने वाली परीक्षाओं में पूरे देश के लोगों को शामिल होने का मौका मिलता है। पूरा देश एक है और बिहार इससे बाहर नहीं है। बिहार भी देश का एक अहम हिस्सा है।

हाइलाइट्स :

  • बिहार के बच्चों को भी दूसरे राज्यों की बहाली में शामिल होकर सेवा करने का मौका मिलता है।

  • दूसरे राज्यों से 12 प्रतिशत शिक्षक नियुक्त हुए हैं।

  • शिक्षकों के शेष एक लाख 20 हजार रिक्त पदों पर अगले दो माह के अंदर नियुक्ति की प्रक्रिया पूरी करें।

पटना, बिहार। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रदेश में एकसाथ ऐतिहासिक 120336 नवनियुक्त शिक्षकों को नियुक्ति पत्र वितरण करने के बाद परीक्षाफल को लेकर विपक्ष के आरोपों पर पलटवार करते हुए कहा कि राज्य के युवाओं के साथ कोई अन्याय नहीं हुआ है।

नीतीश कुमार ने गुरूवार को यहां ऐतिहासिक गांधी मैदान में आयोजित ऐतिहासिक समारोह में 70,545 नवनियुक्त प्राथमिक शिक्षकों, 26,089 माध्यमिक शिक्षकों और 23,702 उच्च माध्यमिक शिक्षकों को नियुक्ति पत्र प्रदान करने के बाद अपने संबोधन में कहा कि इस बार एक लाख 70 हजार शिक्षकों की नियुक्ति के लिए बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) के द्वारा परीक्षा आयोजित की गई थी, जिसमें आठ लाख युवाओं ने भाग लिया था। बीपीएससी के माध्यम से आयोजित होने वाली परीक्षाओं में पूरे देश के लोगों को शामिल होने का मौका मिलता है। पूरा देश एक है और बिहार इससे बाहर नही है। बिहार भी देश का एक अहम हिस्सा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार के बच्चों को भी दूसरे राज्यों की बहाली में शामिल होकर सेवा करने का मौका मिलता है। आज कल कुछ लोग कह रहे हैं कि बाहर के लोगों को क्यों मौका दिया गया, उन्हें सोचना चाहिए कि बिहार के भी लोग दूसरे राज्यों में जाकर नौकरी कर रहे हैं। उन्होंने जोर देकर कहा कि बिहार के युवाओं के साथ कोई अन्याय नहीं हुआ है। इन एक लाख 20 हजार 336 नवनियुक्त शिक्षकों में 88 प्रतिशत शिक्षक बिहार के ही नियुक्त हुए हैं जबकि दूसरे राज्यों से 12 प्रतिशत शिक्षक नियुक्त हुए हैं। इनमें केरल, कर्नाटक, गुजरात, महाराष्ट्र, पंजाब, मध्यप्रदेश, उत्तराखंड, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, पश्चिम बंगाल, दिल्ली, असम और झारखंड यानी कुल 14 राज्यों से लोग बिहार में शिक्षक नियुक्त हुए हैं। यह बड़ी ख़ुशी की बात है कि दूसरे राज्यों के लोग यहां के बच्चों को पढ़ाएंगे।

नीतीश कुमार ने कहा कि बिहार का माहौल बदला है और बिहार की छवि दूसरे राज्यों में और देश के बाहर काफी बेहतर हुई है, यह उसका परिचायक है। उन्होंने कहा कि ओमान और कतर से भी लोग आकर बिहार में शिक्षक नियुक्ति की प्रक्रिया में शामिल हुए हैं। सेना, अर्द्धसैनिक बलों, रेलवे, बैंक और बड़ी-बड़ी कंपनियों को छोड़कर भी बिहार में शिक्षक बने हैं, यह प्रसन्नता का विषय है। बीपीएससी ने शिक्षक नियुक्ति प्रक्रिया काफी अच्छे ढंग से आयोजित की है और इसके लिए वह बधाई के पात्र है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हम लोगों ने वर्ष 2006-07 में बड़ी संख्या में विद्यालय भवनों का निर्माण कराने का फैसला लिया था, उस समय हमने पंचायत और नगर निकायों के माध्यम से नियोजित शिक्षकों की बहाली शुरू कराई थी। नियोजित शिक्षकों की कुल संख्या तीन लाख 68 हजार है। बीपीएससी द्वारा आयोजित शिक्षक नियुक्ति परीक्षा में 68 हजार नियोजित शिक्षक भी शामिल हुए हैं, इनमें से 28,815 नियोजित शिक्षक सफल हुए हैं। हमलोग शेष सभी नियोजित शिक्षकों के लिए भी अलग से परीक्षा का आयोजन कराकर उन्हें सरकारी शिक्षक बनायेंगे। आप लोगों से आग्रह है कि आप सभी अच्छे ढंग से और पूरी निष्ठा के साथ बच्चों को पढ़ाएं। शिक्षा मंत्री और के.के. पाठक जो शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव हैं उनसे हम कहेंगे कि बहाली के काम में तेजी लाकर शिक्षकों के शेष एक लाख 20 हजार रिक्त पदों पर अगले दो माह के अंदर नियुक्ति की प्रक्रिया पूरी करें।

नीतीश कुमार ने कहा कि उनकी सरकार ने सात निश्चय-2 के तहत 10 लाख नौकरी एवं 10 लाख लोगों को रोजगार देने का निर्णय लिया है। आज एक लाख 20 हजार नियुक्ति पत्र प्रदान किया गया है और अगले दो माह में पुनः षिक्षकों की नियुक्ति होगी। हेडमास्टर के पद पर 50 हजार और 51 हजार सिपाही एवं पुलिस अधिकारी के पदों पर बहाली की जा चुकी है। हमलोगों ने 10 लाख लोगों को नौकरी देने का तय किया था, अगले डेढ़ साल के अंदर उसे पूरा करा देना चाहते हैं। अभी तक देश में ऐसा कभी नहीं हुआ है। पांच लाख लोगों को रोजगार भी उपलब्ध कराया गया है। हमलोगों ने टोला सेवक एवं तालीमी मरकज से जुड़े लोगों का मानदेय भी काफी बढ़ा दिया है। आप सभी को राज्य सरकार हरसंभव सुविधा एवं सहायता प्रदान करती रहेगी।
समारोह को उप मुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव, ऊर्जा, योजना एवं विकास मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव, वित्त वाणिज्य कर एवं संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी, भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी, शिक्षा मंत्री प्रो. चंद्रशेखर एवं माध्यमिक शिक्षा निदेशक कन्हैया प्रसाद श्रीवास्तव ने भी संबोधित किया।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, मुख्य सचिव आमिर सुबहानी, शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव के. के. पाठक, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव सह गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ. एस. सिद्धार्थ, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार, प्रमंडलीय आयुक्त पटना कुमार रवि, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह, जिलाधिकारी पटना चन्द्रशेखर सिंह, वरीय पुलिस अधीक्षक राजीव मिश्रा, प्राथमिक शिक्षा निदेशक मिथिलेश मिश्रा, राज्य शिक्षा, शोध एवं प्रशिक्षण परिषद के निदेशक सज्जन आर. सहित अन्य जनप्रतिनिधि, गणमान्य व्यक्ति, वरीय अधिकारी, कर्मी एवं नवनियुक्त शिक्षकगण उपस्थित थे। वहीं, विडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से जिला मुख्यालयों से जिलों के प्रभारी मंत्री, जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक, शिक्षा विभाग के अधिकारी, विशिष्ट अतिथि एवं नवनियुक्त शिक्षक उपस्थित थे।

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