Bihar Politics Crisis : बिहार में राजनीतिक उथल - पुथल, टूट सकता है JDU और RJD गठबंधन

Bihar Politics Crisis : सूत्रों ने बताया नीतीश कुमार इस बार बिहार में नई पार्टी की सरकार बनाने की कवायद कर रहे, वे 28 जनवरी को मुख्यमंत्री पद की शपथ भी ले सकते है।
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हाइलाइट्स

  • बिहार में JDU और RJD गठबंधन टूटने की चर्चा तेज।

  • नितीश कुमार बीजेपी के साथ कर सकते हैं गठबंधन।

  • BJP नेता लगातार हाई कमान से दिल्ली में मीटिंग कर रहे।

Bihar Politics Crisis : पटना। बिहार में इस समय काफी राजनीतिक उथल - पुथल चल रही है। सूत्रों के अनुसार बिहार में JDU और RJD गठबंधन टूट सकता है। संभावना जताई जा रही है कि, नितीश कुमार बीजेपी के साथ गठबंधन कर सकते हैं हालांकि, किसी भी राजनीतिक दल की ओर से इस बारे में कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है लेकिन इस अनबन से बिहार में राजनीति में राजनीति में बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा।

सूत्रों के अनुसार जानकारी मिली है कि, नीतीश कुमार इस बार बिहार में नई पार्टी की सरकार बनाने की कवायद कर रहे है जिसके चलते वे 28 जनवरी को मुख्यमंत्री पद की शपथ भी ले सकते है। जेडीयू ने अपने सभी कार्यक्रम रद्द कर, सभी नेताओं को पटना आने के लिए भी कह गया है। वहीं भाजपा के नेता भी लगातार हाई कमान से दिल्ली में सिलसिलेवार मीटिंग कर रहे है। इसके अलावा NDA के सहायक दलों से भी बातचीत की जा रही है।

गौरतलब है कि, सुशील मोदी राज्यसभा सांसद है और वो जुलाई 2017 से नवम्बर 2020 तक बिहार के उपमुख्यमंत्री भी रहे है। उस दौरान नीतीश कुमार मुख्यमंत्री थे। उस समय भी विभिन्न चुनौतियों के बाद उपमुख्यमंत्री और मुख्यमंत्री के बीच अच्छा तालमेल देखने को मिला था। इसके अलावा सुशील मोदी का बयान भी सामने आया है जिसमें उन्होंने दूसरा दरवाजा खुलने की बात कही है। उन्होंने कहा कि, दरवाजे वक्त के हिसाब से खुलते और बंद होते है। एक दरवाजा बंद होता है तो दूसरा खुल जाता है।

बिहार में राजनीति के कई फॉर्मूले एक्टिव :

बिहार में राजनीति को लेकर कई फॉर्मूले हाल फिलहाल में एक्टिव दिखा रहे है, जिसमें सूत्रों के अनुसार बताया जा रहा है कि, भाजपा नीतीश को मुख्यमंत्री बनाने के लिए राजी हो सकती है। बताया जा रहा कि, भाजपा फिर से नीतीश कुमार को गले लगाने को तैयार है।

दरअसल, बिहार में जब भाजपा ने समाजवादी के दिग्गज नेता कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न से सम्मानित करने का ऐलान किया उसके बाद बिहार में सियासी उथल पुथल शुरु हो गई। श्रेय लेने की राजनीति में बीजेपी, RJD और JDU के नेता आपस में भिड़ते नजर आये। इसके बाद जब JDU ने कर्पूरी ठाकुर की 100वीं जयंती पर अलग कार्यक्रम रखा और सम्बोधन के दौरान परिवारवाद पर जमकर हमला बोला। नीतीश कुमार ने कहा कि, जैसे कर्पूरी ठाकुर ने अपने परिवार को राजनीति में आगे नहीं बढ़ाया वैसे ही हम भी अपने परिवार को दूर रखते है, लेकिन कुछ लोग अपने परिवार को ही आगे बढ़ाने में लगे रहते है। नीतीश के इस बयान को लालू यादव और उनके परिवार से जोड़कर देखा गया।

गणतंत्र दिवस समारोह में दिखी डिप्टी सीएम और सीएम के बीच दूरी

इसके अलावा शुक्रवार को गणतंत्र दिवस के समारोह में सीएम नीतीश कुमार शामिल हुए। इस दौरान उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव भी मौजूद थे। झंडा वंदन करने के बाद जब नेता कुर्सी पर बैठे तो सीएम के बाजू खाली थी लेकिन उपमुख्यमंत्री बीच वाली कुर्सी छोड़कर दूसरी कुर्सी पर बैठे। इसके बाद गठबंधन के टूटने की गहमागहमी शुरू हो गई।

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