Kherkatta Reservoir
Kherkatta ReservoirSudha Choubey - RE

अफसर का मोबाइल बांध में गिरा तो निकालने के लिए बहाया 21 लाख लीटर पानी, खाद्य मंत्री ने कहा- कार्रवाई की जाएगी

छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले से फूड ऑफिसर के महंगे फोन को निकालने के लिए पखांजूर स्थित खेरकट्टा परलकोट जलाशय को खाली कराए जाने का मामला सामने आया है।

कांकेर, छत्तीसगढ़। छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले से फूड ऑफिसर के महंगे फोन को निकालने के लिए पखांजूर स्थित खेरकट्टा परलकोट जलाशय को खाली कराए जाने का मामला सामने आया है। बता दें, परलकोट डेम में गिरा फूड अफसर का मोबाइल निकालने के लिए कर्मचारियों ने 21 लाख लीटर पानी बहा दिया। तीन दिन तक पंप लगाकर पूरे डैम को खाली कराया गया। भीषण गर्मी में बहाए गए, इस पानी से करीब डेढ़ हजार ऐकड़ जमीन की खेती हो सकती थी।

बता दें कि, इस मामले में एसडीओ द्वारा पानी खाली कराने के लिए पास में एसडीओ द्वारा किसी भी प्रकार की कोई लिखित इजाजत नहीं ली गई। जानकारी के अनुसार, सिर्फ मौखिक रूप से इसके लिए इजाजत ली गई है।

क्या है मामला:

दरअलस, कोयलीबेड़ा ब्लॉक में पोस्टेड फूड इंस्पेक्टर राजेश विश्वास रविवार 21 मई को अपने साथी दोस्तों के साथ बांध पर पिकनिक मनाने गए थे। जहां पार्टी करते समय उनका मोबाइल किसी कारणवश स्केल वाय के पास बांध में गिर गया। मोबाइल की कीमत करीब डेढ़ लाख रुपए बताई जा रही है। जिसके बाद अगले ही दिन यानि सोमवार सुबह आसपास के ग्रामीणों और गोताखोरों द्वारा मोबाइल ढूंढने का काम शुरू किया गया। इतना ही नही सोमवार की दोपहर तक राशन दुकानों के सेल्समैन को भी फोन ढूंढने में लगा दिया गया। मोबाइल का कुछ पता नहीं चला, तो पंप लेकर पहुंच गए और कर्मचारियों को पानी का पंप और तंबू लगाकर डेम पर ही बिठा दिया। वहीं, बात फैली तब सिंचाई अफसर हैरान रह गए और मौके पर जाकर पंप को बंद करवाया। हालांकि, तब तक गुरुवार को साहब का फोन तो मिल गया, जो काम नहीं कर रहा था।

आरसी धीवर का कहना:

इस मामले में जल संसाधन विभाग के अनुविभागीय अधिकारी आरसी धीवर का कहना है कि, "नियमानुसार 5 फीट तक पानी को खाली करने का परमिशन मौखिक तौर पर दी गई थी, लेकिन 10 फीट से ज्यादा पानी निकाल दिया गया। उन्होंने बताया कि सोमवार शाम को पंप चालू किया, जो गुरुवार तक चौबीस घंटे तक चला। स्केल वायर में 10 फीट पानी भरा था, जो 4 फीट पर आ गया।

शिकायत पर सिंचाई अफसर मौके पर पहुंचे और पानी निकालना बंद करवाया, लेकिन तब तक स्केल वाय से 6 फीट पानी निकल चुका था। यह तकरीबन 21 लाख लीटर होता है। सिंचाई विभाग के एसडीओ आरसी धीवर का कहना है कि, उन्हें धोखे में रखकर इतना पानी बहाया गया।

खाद्य मंत्री भगत ने लिया संज्ञान, कहा- जांच के बाद की जाएगी कार्रवाई:

वहीं, इस मामले पर खाद्य मंत्री अमरजीत भगत ने बताया कि, मामले की अभी जानकारी हुई है, आवश्यक कार्रवाई की जाएगी। वहीं, इस मामले ने पूर्व सीएम रमन सिंह ने ट्वीट करके लिखा है कि, "आज भीषण गर्मी में लोग टैंकरों के भरोसे हैं, पीने तक के पानी की व्यवस्था नहीं है। वहीं अधिकारी अपने मोबाईल के लिए लगभग 21 लाख लीटर पानी बहा रहे हैं इतने में डेढ़ हजार एकड़ खेत की सिंचाई हो सकती थी।"

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