धार्मिक कार्यक्रम का राजनीतिकरण सही नहीं, राम मंदिर 'प्राण प्रतिष्ठा' में हम शामिल नहीं होंगे - CPI(M)
हाइलाइट्स
रामोत्सव - 2024 को लेकर CPI(M) नेता बृंदा करात ने दी प्रतिक्रिया।
राम मंदिर 'प्राण प्रतिष्ठा' समारोह को बताया राजनीतिकरण।
कहा- प्राण प्रतिष्ठा समारोह में हम नहीं आयेंगे।
Brinda Karat on Ram Mandir Pran Pratishtha : दिल्ली। हमारी पार्टी अयोध्या में राम मंदिर के 'प्राण प्रतिष्ठा' समारोह में शामिल नहीं होगी। हम धार्मिक मान्यताओं का सम्मान करते हैं लेकिन वे एक धार्मिक कार्यक्रम को राजनीति से जोड़ रहे हैं। यह एक धार्मिक कार्यक्रम का राजनीतिकरण है, जो सही नहीं। यह बात सीपीआई (एम) नेता बृंदा करात ने मंगलवार को मीडिया में बयान देते हुए कही है।
27 दिन बाद है प्राण प्रतिष्ठा
आगामी 22 जनवरी 2024 को आयोध्या में राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा होगी। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा से मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम भव्य मंदिर में विराजमान किये जाएंगे। इसके लिए योगी सरकार ने देशवासियों के साथ विदेश के कलाकारों को भी आमंत्रित किया है, जो अपनी मूर्तिकला और चित्रकला से मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु श्रीराम के जीवन को उकेरेंगे।
भजन-कीर्तन, रामकथा, प्रवचन और रामलीलाओं का होगा मंचन
अयोध्या में भव्य श्रीराम मंदिर के उद्घाटन और रामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा के सुअवसर को लेकर अयोध्या में तैयारियां जोरो पर है। प्राण प्रतिष्ठा के दौरान विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किये जाएंगे। यह भारत के इतिहास में अबतक के सबसे बड़े ग्रैंड इवेंट माना जा रहा है जिसमें 100 करोड़ से अधिक रुपए खर्च हो सकते है। भजन-कीर्तन, रामकथा, प्रवचन और रामलीलाओं के मंचन के साथ ही अन्य भक्तिमय सांस्कृतिक प्रस्तुतियां होंगी। इसके साथ ही देश के प्रख्यात कथावाचक और सुप्रसिद्ध गायकों द्वारा अयोध्या में प्रस्तुति दी जाएगी।
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