मल्लिकार्जुन खड़गे ने संसद भवन सुरक्षा चूक पर सभापति जगदीप धनखड़ को पत्र लिख की नियम 267 के तहत चर्चा की मांग
हाइलाइट्स :
राज्यसभा की रूल बुक में नियम 267 को परिभाषित किया गया है।
खड़गे का कहना है कि, यह मामला बहुत महत्वपूर्ण हैं।
नियम 267 तहत जाती है सार्वजनिक महत्त्व के मुद्दे पर चर्चा।
दिल्ली। सांसद की सुरक्षा में हुई चूक पर राज्यसभा के नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने सभापति जगदीप धनखड़ को पत्र लिखा है। मल्लिकार्जुन खड़गे का कहना है कि, यह मामला बहुत मत्वपूर्ण हैं। मल्लिकार्जुन खड़गे ने राज्यसभा के नियमों और प्रक्रिया के नियम 267 के तहत इस मुद्दे पर चर्चा की मांग की है। बुधवार को संसद हमले की 22 वीं बरसी पर ही संसद की सुरक्षा में चूक का मामला सामने आया था। इसे लेकर संसद में तीखी बहस जारी है।
नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने सभापति को पत्र लिख कहा है कि, मामले की गंभीरता को देखते हुए, मैं संसद में नेताओं के परामर्श से इस विचार पर पहुंचा हूं कि, यह मामला इतना महत्वपूर्ण है कि इसे नियमों और प्रक्रिया के नियम 267 के तहत उठाया जाना चाहिए। इसके अलावा, जब तक गृह मंत्री अमित शाह जब तक इस मामले पर बयान नहीं देते और उसके बाद नियम 267 के तहत चर्चा नहीं होती, तब तक सदन में कोई अन्य कार्य करने या यहां तक कि "इस मामले को सुलझाने" की दृष्टि से किसी बैठक का कोई अवसर नहीं है।
क्या है राज्यसभा का नियम 267 :
राज्यसभा की रूल बुक में नियम 267 को परिभाषित किया गया है। इसके अनुसार संसद का कोई भी सदस्य किसी मत्वपूर्ण सार्वजनिक मुद्दे पर चर्चा के लिए दिन भर के सूचीबद्ध एजेंडे को रोकने का नोटिस प्रस्तुत कर सकता है
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