इजरायल की तर्ज पर भारत में बन रहे आयरन डोम सिस्टम की खूबियां
राज एक्सप्रेस। विश्व भर में बढ़ती युद्ध की संभावनाओं के बीच, भारत अपना देसी लंबी दूरी का एयर डिफेंस सिस्टम लॉन्च करने जा रहा है। इस तरह के प्रोजेक्ट की मंजूरी मई 2022 में ही सुरक्षा कैबिनेट कमेटी ने दे दी थी। रक्षा मंत्रालय की ओर से स्वीकृति मिलने के बाद, अब इस मिशन पर कार्य शुरु हो चुका है। एलआर-एसएएम प्रणाली से बना यह डिफेंस सिस्टम दुश्मन के हमले को रोकने का एक बड़ा हथियार होगा। इस सिस्टम के अंतर्गत, सतह से हवा में दागी जाने वाली मिसाइलें और मिसाइल लॉन्चर तैयार किये जा रहे हैं। चलिए, इसकी खूबियों पर बात करते हैं।
डीआरडीओ कर रहा मिशन का संचालन
मिशन ‘कुशा’ के अंतर्गत डीआरडीओ (Defense Research and Development Organization), इस सिस्टम का संचालन कर रहा है। यह हाल ही में भारतीय वायुसेना में शामिल किये गए स-400 ट्रायम्फ एयर डिफेंस सिस्टम जैसा होगा। डीआरडीओ इसे पूरी तरह से स्वदेशी बनाएगा। साथ ही इसमें 250 से 350 किलोमीटर की दूरी पर लड़ाकू विमानों और अन्य अस्त्रों को रोकने की ताकत होगी। ऐसा माना जा रहा है कि यह सिस्टम 2028-29 तक बनकर तैयार हो जाएगा।
ये होंगी खूबियां
भारत का एयर डोम सिस्टम इजरायल से ज्यादा शक्तिशाली होगा। इजरायल का एयर डिफेंस सिस्टम छोटी दूरी के लिए कारगर है। वहीं भारत का डिफेंस सिस्टम लंबी दूरी के हवाई हमलों को रोकने में सफल होगा। यह 350 किलोमीटर से भी ज्यादा के एयरक्राफ्ट, ड्रोन, क्रूज मिसाइल्स गाइडेड वेपन्स को रोकने में सक्षम होगा। हालांकि रक्षा मंत्रालय की ओर से अभी तक इसकी कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है।
इजरायल का रक्षा कवच है आयरन डोम सिस्टम
इजरायल और हमास के बीच चल रहे संघर्ष में, आयरन डोम सिस्टम इजरायल का एक महत्वपूर्ण अस्त्र रहा है। यह सिस्टम छोटी दूरी वाला का एयर डिफेंस सिस्टम है। इसके जरिए दुश्मन द्वारा छोड़े गए रॉकेट और मिलाइलों को ट्रैक करके हवा में ही बेअसर कर दिया जाता है। यह सिस्टम दिन और रात दोनों समय अच्छे से काम करता है।
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