जोशीमठ नगर पालिका क्षेत्र को आपदा प्रभावित क्षेत्र किया घोषित, तेजी से बिगड़ रहे हैं हालात
उत्तराखंड, भारत। उत्तराखंड के जोशीमठ में शहर में तेजी से हालात बिगड़ रहे है, ज़मीन धंसने की आपदा से यहां के लोगों को बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। लोगों के जहन में दहशत का माहौल बना हुआ है। ऐसे में जोशीमठ नगर पालिका क्षेत्र को आपदा प्रभावित क्षेत्र घोषित किया गया है।
आपदा प्रबंधन विभाग ने अधिसूचना की जारी :
इस बारे में चमोली के जिलाधिकारी के हवाले से मिली जानकारी के अनुसार, ''आपदा प्रबंधन विभाग ने अधिसूचना जारी की है जिसमें जोशीमठ नगर पालिका क्षेत्र को आपदा प्रबंधन अधिनियम के तहत आपदा प्रभावित क्षेत्र घोषित किया है। भारत सरकार की तरफ से जल शक्ति मंत्रालय की हाई लेवल टीम और गृह मंत्रालय से सीमा प्रबंधन के सचिव की टीम जोशीमठ आ रही है।''
जोशीमठ नगर पालिका और आसपास के क्षेत्र में सभी निर्माण कार्य पर अग्रिम आदेश तक रोक लगाई गई है। जो भी लोग अस्थाई रूप से विस्थापित हुए हैं उनको राहत सामग्री दी जा रही है। हमारे अधिकारी लोगों से लगातार मिल रहे हैं और उनकी परेशानियों का दूर करने में लगे हैं।
चमोली के ज़िलाधिकारी हिमांशु खुराना
ज़मीन धंसकने से टूटे मकानों की संख्या में इजाफा :
इस बीच बीते 48 घंटों में ज़मीन धंसकने से टूटे मकानों की संख्या में इजाफा हो रहा है। पहले टूटे मकानों की संख्या 561 थी, लेकिन अब यह संख्या बढ़कर 603 हो गयी है। ऐसे में जोशीमठ में हालात बेहद खराब होते जा रहे है। हालांकि, मकान टूटने से बेघर हो रहे। आपदा प्रभावित इलाकों में रहने वाले हजारों परविारों को पुनर्वास केंद्रों में जाया जा रहा है। इस दौरान चमोली के ज़िलाध्यक्ष हिमांशु खुराना ख़ुद लोगों के घर जाकर उनसे रिलीफ़ कैंप में जाने की अपील की है।
तो वहीं, चमोली जिला प्रशासन की ओर से जोशीमठ स्थित अपनी सरकारी इमारत में दरारें आने के बाद उसे खाली करना शुरू कर दिया है। साथ ही जोशीमठ में हर घंटे बिगड़ रहे हालात के चलते एनडीआरएफ़ की टीमों की तैनाती की जा रही है। मिली जानकारी के अनुसार, अब तक केंद्र सरकार ने जोशीमठ शहर में एनडीआरएफ़ की एक टीम और एसडीआरएफ़ की चार टीमों को तैनात कर दिया गया है।
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