भदिल्ली, भारत। आज का दिन यानी 25 सितंबर इतिहास के पन्नों में काफी अहमियत रखता है, क्योंकि आज राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के विचारक और जनसंघ के सह-संस्थापक पंडित दीन दयाल उपाध्याय की जयंती है। इस खास मौके पर भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा आज वीडियो कॉन्फ़्रेंसिंग के माध्यम से पंडित दीनदयाल उपाध्याय के 104वें जयंती समारोह को संबोधित कर रहे हैं।
पंडित दीनदयाल पर जेपी नड्डा का कहना :
जयपुर के धानक्या रेलवे स्टेशन स्थित राष्ट्रीय स्मारक स्थल पर पंडित दीनदयाल उपाध्याय के 104वें जयंती समारोह में जेपी नड्डा ने अपने संबोधन में कहा, जो नेतृत्व देने वाले होते हैं, उनमें एक खूबी होती है जिसके बारे में वो जाने जाते हैं। कोई अच्छा संगठक होता है, कोई अच्छा नेता होता है और कोई विचार के लिए जाना जाता है। पंडित दीनदयाल उपाध्याय विचारक, संगठक और नेतृत्व प्रदान करने की भी ताकत रखने वाले व्यक्ति थे। आज भाजपा जो अपने कार्यक्रमों को लेकर आगे बढ़ी है, उसे दिशा और दृष्टि देने का काम पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी ने किया है। विचारों में वो बहुत स्पष्ट थे। उनका मानना था कि, इतने आघातों के बाद भी कोई जीवित संस्कृति है, तो वो भारत की है।
पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी कहते थे कि हम अपनी मूल संस्कृति को पहचाने और आध्यात्मिक चेतना को पहचानते हुए अपनी नीति को तय करें। वो कहते थे कि भारतीय तरीके से सोचने की पद्धति विकसित करो।
जेपी नड्डा, भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष
इस दौरान भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष ने आगे ये भी कहा, ''पंडित दीनदयाल जी ने एकात्म मानववाद की बात कहते हुए कहा था कि हमारे सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक चिंतन का आधार एकात्म मानववाद होगा। उन्होंने कहा था हर जीवित और निर्जीव चीज के बीच बैलेंस बनाते हुए जो विचारधारा आगे बढ़ेगी वो ही सही दृष्टि और दिशा दे सकेगी।''
जेपी नड्डा ने पंडित दीनदयाल की बातें दिलाईं याद :
पंडित दीनदयाल जी ने कहा था कि, ऐसी व्यवस्था होनी चाहिए जिसमें हम खुद के बारे में नहीं, सभी के बारे में सोचे। उन्होंने कहा था कि अपनी संस्कृति को पहचानों और नया भारत बनाने की तरफ बढ़ो।
पंडित दीनदयाल जी ने बहुत कम समय में देश के कोने-कोने में प्रवास करके अपनी विचारधारा को प्रबल किया। उनकी विचारधारा से आज हम दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी बने हैं। उन्होंने कहा कि भारत माता के कार्यों के लिए हमें हमेशा आगे रहना होगा और मूल विचारधारा के प्रति समर्पित रहना होगा।
कांग्रेस मुक्त भारत की कल्पना पंडित दीनदयाल जी ने 60 के दशक में ही रख दी थी, जिसे आज हमने पूरा किया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में कांग्रेस मुक्त भारत साकार हो रहा है।
पंडित दीनदयाल जी ने कहा था कि हमारा कार्यकर्ता credibility होनी चाहिए। जब हमारे 2 अंकों में सांसद जीतकर आए थे तो उन्होंने कहा थी कि संख्या महत्वपूर्ण है लेकिन सांसद भी उदाहरण देने लायक होना चाहिए। कार्यकर्ता ऐसा होना चाहिए जो आज अपने विरोधी को, कल अपना वोटर बना सके।
भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा बोले- प्रधानमंत्री मोदी जी ने स्पष्ट कहा है कि अगर हमें आत्मनिर्भर भारत बनाना है तो हम सबको मिलकर अर्थव्यवस्था को बढ़ाना होगा और बुनियादी ढांचे को मजूबत करना होगा। इसके लिए आत्मनिर्भर भारत में पूरी व्यवस्था की गई है। साथ ही उन्नत तकनीक को भी आगे बढ़ाने का काम किया गया है।
नई शिक्षा नीति पर भी बोले जेपी नड्डा :
पंडित दीनदयाल उपाध्याय जयंती समारोह के दौरान जेपी नड्डा ने अपने संबोधन में नई शिक्षा नीति पर कहा, ''लंबे समय से हम ये कहते आए थे कि शिक्षा नीति भारत का प्रतिबिंब होना चाहिए। नई शिक्षा नीति की सबसे बड़ी खूबी ये है कि वैचारिक पृष्ठभूमि पर जितने लोग हैं, सबने इसे सराहा है। मोदी जी ने सभी वर्ग के लोगों को शामिल किया और फिर शिक्षा नीति का ड्राफ्ट तैयार हुआ।''
नई शिक्षा नीति बराबर का अधिकार देती है। शिक्षा प्राप्त करने योग्य हो, इसके भी प्रयास किए गए हैं। परीक्षा का स्तर भी बदला गया है। अब बच्चे की स्मरण शक्ति के साथ ही उसकी समझने की क्षमता की भी परीक्षा होगी। अब बच्चे को रट्टा लगाने की नहीं, कंसेप्ट को समझने की जरूरत है।
जेपी नड्डा ने कहा, आज भारत सरकार के और राज्यों में भाजपा की सभी सरकारों के जितने भी कार्यक्रम चल रहे हैं, वो सभी अंत्योदय से सबका साथ-सबका विकास-सबका विश्वास से जुड़े हैं और एकात्म मानववाद को प्रतिलक्षित करते हैं।
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