Bageshwar Sarkar vs Shyam Manav-जनजागृति प्रचार-प्रसार समिति के अध्यक्ष ने पंडित के निमंत्रण को किया अस्वीकार
मध्यप्रदेश। बागेश्वर धाम के कथावाचक पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री इन दिनों चर्चा में बने हुए हैं, ऐसे में नागपुर से शुरू हुआ श्याम मानव और पंडित शास्त्री के बीच विवाद का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। श्रद्धा निर्मूलन समिति के संस्थापक श्याम मानव और पंडित शास्त्री के बीच लगातार शब्दों के तीर चलाये जा रहे हैं। एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप जारी है।बागेश्वर धाम के कथावाचक पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने नागपुर की श्रद्धा निर्मूलन समिति के संस्थापक श्याम मानव की चुनौती को स्वीकार कर लिया, साथ ही उन्होंने समिति के अध्यक्ष श्याम मानव को रायपुर आने के लिए निमंत्रण भी दिया था। जिस पर अध्यक्ष ने निमंत्रण को ठुकराते हुए आने से साफ़ इंकार कर दिया है।
नागपुर से शुरू हुआ यह सिलसिला :
बता दे बागेश्वर धाम सरकार के नाम से फेमस पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री पिछले दिनों नागपुर गए थे। जहां उन्होंने अपना दरबार लगाया था। इसे लेकर अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति के संस्थापक और नागपुर की जादू टोना विरोधी नियम जनजागृति प्रचार प्रसार समिति के अध्यक्ष श्याम मानव ने पुलिस को शिकायत की थी। इसके बाद उनकी शिकायत सोशल मीडिया पर बाबा के खिलाफ प्रचारित की जा रही थी। मीडिया से चर्चा के दौरान श्याम मानव ने बताया कि नागपुर में पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की कथा 5 से 13 जनवरी तक चलनी थी आमंत्रण पत्र और पोस्टर में भी 13 जनवरी तक कथा का जिक्र था। लेकिन महाराज पूरी कथा करने के 2 दिन पहले ही नागपुर से चले गए। श्याम मानव ने धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के दरबार को डर का दरबार बताते हुए कार्रवाई की मांग की। उन्होंने बताया कि दिव्य दरबार में धीरेंद्र शास्त्री भक्तों के नाम और नंबर से लेकर कई चीजे बताने का दावा करते हैं। हमने उनके एक ऐसे वीडियो को देखा, जिसमें ऐसे दावों को सिद्ध करने को कहा गया था। इसके बाद हमने उन्हें चुनौती दी लेकिन, वे नागपुर से चले गए।
पंडित शास्त्री ने भेजा निमंत्रण :
इस मामले में समिति के अध्यक्ष श्याम मानव को पंडित शास्त्री ने रायपुर आने के लिए निमंत्रण भेजते हुए कहा था। पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री की कथा अभी रायपुर में चल रही है। यहां उन्होंने कहा कि, आप दुनिया के चक्कर में मत पड़िए। भूत-पिशाच निकट नहीं आवे... क्या यह गलत है। क्या यह अंध श्रद्धा है। क्या यह अंध विश्वास है। हमने महाराष्ट्र में किसी भी प्रकार से कानून का उल्लंघन नहीं किया है। ना ही कभी करेंगे। यदि वे कहते भगवान होते हैं या नहीं, हमें अनुभव करना है... बागेश्वर बालाजी का दो दिन का दरबार लगा। आप नहीं आए। 7 दिन का दरबार लगा, आप नहीं आए। हमें टाइम रहेगा हम फिर आएंगे, लेकिन रायपुर में 20 और 21 तारीख को पुन: दरबार है। आने का किराया हम देंगे, आपकी चुनौती हमें स्वीकार है। वेलकम टू रायपुर।
प्रो.श्याम मानव ने किया इंकार :
नागपुर में हुए मीडिया से बातचीत के दौरान पंडित शास्त्री से मिली रायपुर आने की चुनौती का जवाब देते हुए अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति के प्रो. श्याम मानव ने कहा, जिस दरबार में खुले रूप से भक्तों की भावनाओं का खिलवाड़ हो, दिव्यशक्ति के नाम पर लोगों से पहले खुद पिता का नाम, मोबाइल नंबर पूछे जाने पर दरबार में आने वाली जनता के सामने जोर से माइक पर बताकर ये दिखाया जाता है कि कैसे उन्हें उस व्यक्ति के बारे में सब कुछ पता है। इस तरह की बेकार जगह पर वे नहीं जाएंगे।
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