कोरोना से जंग में हौसला अहम, डरकर नहीं लड़कर ही जीत संभव

मध्य प्रदेश की राजधानी में बीते दिन स्वस्थ हुए कोरोना योद्धाओं ने सुनाई अपनी कहानी, कहा अस्पताल में सोने नहीं देती थी फर्ज की चिंता।
कोरोना से जंग में हौसला अहम
कोरोना से जंग में हौसला अहमSyed Dabeer-RE

राज एक्सप्रेस। मध्यप्रदेश के राजधानी भोपाल में कोरोना संक्रमित पाए जाने के बाद जहांगीराबाद थाने के आरक्षक एहसान खान पूरे 15 दिन बाद कल अपने घर लौटे। उन्होंने बताया कि कोरोना से लड़ाई के लिए सबसे अहम आपका हौसला है। इससे डरकर नहीं लड़कर ही जीत संभव है। फर्ज की चिंता और जज्बा उन्हें अस्पताल में भी नहीं सोने देता था। उनका मानना है कि जल्द ड्यूटी पर लौटने की चाह ने ही उन्हें कम समय में रिकवर किया है। हालांकि ड्यूटी निभाते हुए ही वह कोरोना की चपेट में आए थे। इसके बाद भी ड्यूटी के लिए एहसान का जज़्बा काबिले तारीफ है। वह बताते हैं कि इसके लिए उनकी जान भी चली जाती तो गम न होता।

जानकारी के अनुसार आरक्षक एहसान कल स्वस्थ्य होकर चिरायु अस्पताल से घर लौटे हैं। उनके साथ उन्हीx के वार्ड में रहने वाले साथी सादिक खान, वीरेंद्र, एसआई ग्रीश त्रिपाठी, प्रभु व अन्य घर लौटे। अन्य सभी पुलिसवालों में भी बस जल्द ड्यूटी पर लौटकर फर्ज निभाने का जज्बा देखने को मिला। हालांकि डाक्टर्स ने फिलहाल इन सभी को 15 दिन घर में क्वारन्टीन रहने की सलाह दी है।

इस दौरान इन सभी को कुछ जरूरी दवाईयां हैं, जो अगले 15 दिन तक जारी रखना है। इसके बाद ही इन सभी जवानों का घर से बाहर निकलना संभव माना जा रहा है। पूरे 15 दिन बाद सभी कॉप्स कोरोना को हराकर घर लौटे तो मोहल्ले तथा घर वालों ने तालियां बजाकर उनका स्वागत किया। इससे पूर्व चिरायु अस्पताल के बाहर एएसपी दिनेश कौशल तथा उनकी टीम ने इन सभी जवानों का ताली बजाकर स्वागत किया।

स्वस्थ्य होकर घर लौटे सभी पुलिसवालों ने बताया कि उनके वार्ड में सीनियर डाक्टर कृश्ना, डा.शशांक और डा. अवनिश की ड्यूटी रहती थी। सभी डाक्टर्स पूरी मुस्तैदी से अपने कार्य को अंजाम देते थे। हर रोज़ शरीर में होने वाले सुधार पर पूरी नजरें बनाए रखते थे। सभी को हौसला दिलाने जल्द स्वस्थ्य होकर घर लौटने का भरोसा दिलाते थे। अस्पताल में देख-रेख में किसी प्रकार की कमी नहीं रहती थी। नाश्ते से लेकर डिनर तक तीनो समय बहतरीन शाकाहारी खाना दिया जाता था। इसी के साथ सभी पुलिसकर्मी एक दूसरे का भी लगातार उत्साह वर्धन करते रहते थे।

एडीजी उपेंद्र जैन, डीआईजी इरशाद वली, एसपी हेडक्वार्टर धरमवीर यादव, एएसपी संजय साहू लगातार कॉल कर इन पुलिसकर्मियों के स्वास्थ्य की जानकारी लेते तथा डाक्टर्स को संपर्क कर फीडबेक लेते रहते थे। सबसे अधिक पुलिसकर्मी जहांगीराबाद थाने के भर्ती थे। इस थाने के प्रभारी वीरेंद्र सिंह चौहान हर रोज पुलिसजवानों को कॉल कर उत्साह बढ़ाते थे। सीएसपी अलीम खान स्वयं संक्रमित होने के बाद भी अस्पताल में अपने अधीनस्थों का हाल जाना करते थे। वह भी पुलिस जवानों का मनोबल बढ़ाने का काम करते थे। सीएएसपी अब भी अस्पताल में भर्ती हैं। उनकी दूसरी रिपोर्ट भी पाजिटिव आई है। जबकि  अस्पातल से बाहर आए अन्य सभी पुलिस जवानों की पहली रिपोर्ट पॉजिटिव तथा दूसरी और तीसरी निगेटिव आई है।

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