Bhopal : 50 साल में पहली बार विदेशी जमातों के बगैर होगा इज्तिमा
भोपाल, मध्यप्रदेश। कोविड के दो साल बाद आलमी तब्लीगी इज्तिमा इस बार अपनेआप में हर साल से जुदा होगा। ऐसा पहला मौका होगा जब 50 साल में पहली बार विदेशी जमातें इज्तिमा में शिरकत नहीं करेंगीं। पहली बार 1950 में तब्लीगी इज्तिमा में विदेशी जमातों ने शिरकत की थी। इसके अलावा इस बार इज्तिमागाह को जीरो वेस्ट कैंपस बनाया गया है। यहां अपशिष्टों से खाद बनाई जाएगी और प्लास्टिक और पेपर को रीसाइकल करने के लिए मशीनें और पौंड लगाए गए हैं। ठोस अपशिष्ट प्रबंधन सलाहकार समिति के सदस्य सैयद इम्तियाज अली ने बताया कि वेस्ट मैनेजमेंट रूल-2016 के आदर्श को आगे रखकर की जा रही व्यवस्थाओं से इज्तिमगाह साफ सुथरा भी नजर आएगा और यहां आने वाले मेहमानों के लिए बेहतर वातावरण भी पेश करेगा। हाईटेक हो चुके युग के साथ कदम से कदम मिलाते हुए आलमी तबलीगी इज्तिमा प्रबंधन ने इस बार के आयोजन के लिए कुछ नवाचार करने की तैयारी की है। लाखों लोगों के बड़े मजमे से लोग बेहतर अनुभव लेकर जाएं, इसके लिए खास योजना पर काम शुरू किया गया है। प्रबंधन कमेटी के अतीक उल इस्लाम और गौहर खान ने बताया कि इज्तिमागाह पर जमातियों की सुविधा के लिए करीब 4,500 अस्थाई टायलेट बनाए गए हैं। इनके अपशिष्ट को तीन चरणों में ट्रीटमेंट किया जाएगा। शहर के ठोस अपशिष्ट प्रबंधन सलाहकार समिति के सदस्य सैयद इम्तियाज के मार्गदर्शन में किए जा रहे इस प्रयास के लिए इज्तिमागाह पर 3 प्लांट बनाए गए हैं। यहां बजु और निस्तार का करीब 9 लाख लीटर पानी यानि बेस्ट वाटर प्रतिदिन ट्रीटमेंट होकर खेती के लिए दोबारा उपयोग किया जा सकेगा। जिनसे ट्रीटमेंट होकर बदबू वाला पानी और ठोस अपशिष्ट आयोजन स्थल से दूर पहुंचा दिया जाएगा। इस प्रक्रिया से आयोजन स्थल बदबू से पूरी तरह सुरक्षित रहेगा।
प्लास्टिक पेपर तत्काल रीसाइकल होगा :
इज्तिमगाह पर लगाए गए हाई टेक बैलिंग मशीन के जरिए यहां निकलने वाले प्लास्टिक और पेपर को कुछ ही मिनटों में रीसाइकल कर यहां से बाहर भेज दिया जाएगा। इससे कार्यक्रम स्थल पर फैलने वाली गंदगी से निजात मिलने की उम्मीद है।
वेस्ट खाने से बनेगी खाद :
पर्यावरणविद सैयद इम्तियाज अली ने बताया कि इज्तिमगाह पर स्थापित किए गए प्लांट से बचे हुए खाने, सब्जी के अवशेष आदि को ऑन स्पॉट कम्पोस्टिंग करने की तैयारी भी की गई है। इससे खाद बनाकर तत्काल आसपास के खेतों तक पहुंचाया जाएगा।
पंडाल में होगी खास व्यवस्था :
करीब 80 एकड़ एरिया में लगाए गए पंडाल में जगह-जगह गीले और सूखे कचरे को फेंकने के लिए प्लास्टिक बकेट और बड़े बैग्स का इंतजाम किया गया है। इस व्यवस्था से कचरा यहां वहां फैलने से रोका जा सकेगा।
धूल के गुबार से निजात :
इज्तिमागाह के कच्ची जमीन पर बड़ी तादाद में लोगों की चहल पहल से उडऩे वाले धूल के गुबार रोकने के इंतजाम भी इज्तिमा प्रबंधन ने किए हैं। इसके लिए पूरे क्षेत्र में हर 4 घंटे में स्प्रिंकलर से पानी का छिड़काव किया जाएगा। पिछले कई दिनों से ये प्रक्रिया की जा रही है, जो आयोजन के दौरान भी सतत जारी रहेगी। इस व्यवस्था से एलर्जी, दमा, खांसी आदि के मरीजों को बड़ी राहत मिलने की उम्मीद जताई जा रही है।
हजारों वालेंटियर्स तैनात :
प्रबंधन ने बताया कि कचरा प्रबंधन के लिए करीब 250 कार्यकर्ता सतत काम पर लगे रहेंगे। इसके साथ ही सीवेज ट्रीटमेंट की व्यवस्था संभालने के लिए करीब 4500 वालेंटियर्स तैनात किए गए हैं। इसके अलावा यातायात व्यवस्था देखने के लिए पूरे मार्ग पर 5000 से ज्यादा वालेंटियर पाबंद किए गए हैं। साथ ही इज्तिमागाह की व्यवस्था के लिए भी बड़ी तादाद में कार्यकर्ता सेवा में लगे रहेंगे।
होगी जुमा की नमाज :
इज्तिमा के पहले दिन शुक्रवार को आयोजन स्थल पर जुमा की नमाज अदा की जाएगी। इस दौरान देशभर की जमातों के अलावा बड़ी तादाद में शहरवासी भी शामिल होंगे। इधर मेहमान उलेमाओं का भोपाल आने का सिलसिला भी शुक्रवार सुबह से शुरू हो जाएगा। जो सोमवार तक होने वाली दीन की महफि लों को संबोधित करेंगे।
इज्तिमा में नमाजों का समय :
फ़ाजिर - 6.10 सुबह
जोहर - 2.00 दोपहर
असिर - 4.30 शाम
मगरिब - 5. 35 बाद बयान
इशा - बयान बाद
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